मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में अपग्रेड करने का अनुरोध किया है। उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है कि कोविड महामारी के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद छत्तीसगढ़ देश के सबसे तेजी से बढ़ते राज्यों में से एक रहा है।औद्योगिक मोर्चे पर राज्य के समृद्ध खनिज संसाधनों पर आधारित लोहा और इस्पात, सीमेंट, विद्युत और अन्य कोर क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के बाद छत्तीसगढ़ विकास की और अधिक बेहतर संभावनाओं के लिए तैयार है।
पत्र में उल्लेखित है कि रायपुर में स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के 2012 में नए टर्मिनल की कमीशनिंग के कुछ ही वर्षों के बाद स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को दो बार गैर-मेट्रो श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हवाई अड्डे के रूप में मान्यता प्रदान की गई। हमें दृढ़ विश्वास है कि रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में अपग्रेड करने और कार्गो हब की उपलब्धता से राज्य के विकास की क्षमता को और अधिक मजबूती मिलेगी। साथ ही इससे छत्तीसगढ़ राज्य को देश के केंद्रस्थल में स्थित होने का बेहतर लाभ भी प्राप्त हो सकेगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में उल्लेख किया है कि हम ‘नया रायपुर’ को इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी / आईटीईएस और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग के लिए आदर्श निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित किये जाने को बढ़ावा दे रहे हैं । अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा इस इको-सिस्टम का अत्यंत महत्वपूर्ण घटक है। अंतरराष्ट्रीय उद्यमियों और निवेशकों के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के माध्यम से निवेश की गति को प्रोत्साहन मिलेगा। आजीविका की तलाश में राज्य से बाहर पलायन की स्थिति कम होगी। साथ ही रोजगार के अवसर उत्पन्न होने से छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के विकास को गति मिलेगी। राज्य में निर्यात के लिए हमारी तैयारियों को प्रदर्शित करते हुए राज्य और जिलास्तरीय निर्यात संवर्धन समितियाँ पहले ही क्रियाशील हो गई हैं।
हमारी नई औद्योगिक नीति में बागवानी और गौण वनोपजों पर आधारित खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर विशेष फोकस है, जिसमे निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। राज्य की प्रशासनिक मशीनरी ने भी इस क्षमता का उपयोग करने अपनी तैयारी पूरी कर ली है।
इस दिशा में एक कदम आगे बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 344 एकड़ भूमि अंतरराष्ट्रीय मानकों के लिए रनवे का विस्तार करने के लिए प्रदान की गई है। रनवे की लंबाई 7500 फीट तक बढ़ा दी गई है। पुराने टर्मिनल भवन को कार्गो हब में परिवर्तित करने की सैद्धांतिक मंजूरी पहले से ही प्रदान कर दी गई है। राज्य सरकार पुराने टर्मिनल को कार्गो हैंडलिंग फैसिलिटी के रूपांतरण में शामिल खर्च को वहन करने को तैयार हैं। स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित करना महान संत श्री विवेकानंद जी को एक श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पत्र के अंत मे स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के पुराने टर्मिनल को कार्गो हब और ‘स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट ‘ को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट घोषित करने का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पुनः अनुरोध किया है।