रायपुर / प्रेस क्लब रायपुर के पूर्व अध्यक्ष और दैनिक अग्रदूत के स्थानीय संपादक  के के शर्मा और उनके परिवार ने हाल ही में होम आइसोलेशन में रहकर कोरोना की जंग जीती है ।

कोरोना की गिरफ्त में आने और इस जंग को जीतने की कहानी वे खुद बयां करते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना निगेटिव नजदीकी रिश्तेदार की मौत के बाद पिछले 13 अप्रैल को अंतिम संस्कार के लिए मैं महादेव घाट गया था। उनके साथ रहे लोगों के साथ मेरा भी एंटीजन रिपोर्ट 14 अप्रैल को नेगेटिव आ गया । लेकिन मुझे आशंका थी कि श्मशान घाट में किसी और से कोरोना मुझ तक पहुंच गया है । 15 अप्रैल को मुझे खांसी की शुरुआत हुई । डॉक्टर एस केसरवानी के प्रिसक्रिप्शन से मैंने दवा शुरू कर दी ।

17 अप्रेल को मैंने आर टी- पी सी आर टेस्ट कराया । 20 अप्रैल को रिपोर्ट आने के पहले ही मैंने 18 अप्रैल से मुख्य दवाइयों का कंपलीट डोज लेना शुरू कर दिया । खांसी के साथ बुखार 100 तो कभी 102 डिग्री फैरेनहाइट थर्मामीटर पर दिखने लगा । इन सबके बीच मेरे द्वारा अनुलोम – विलोम और भ्रामरी आदि का अभ्यास चलता रहा । पेट के बल सोने का काम में भी किया । ऑक्सीमीटर पर हर समय निगाह रही । ऑक्सीजन सैचुरेशन 99 देखकर मन को तसल्ली होते रही ।

कुछ दिनों पूर्व से ही मुझे शुगर की दवा प्रारंभ करनी पड़ी थी । इस बीच बच्चों को भी खांसी शुरू हो गई । डॉक्टर के प्रिशकिप्शन के आधार पर उन्हें भी दवाई तत्काल शुरू करवा दी । 21 अप्रैल को एंटीजन टेस्ट में तीन बच्चे पॉजिटिव आए। दो मेरे साथ घर पर ही होम आइसोलेशन में रहने लगे।एक छोटी बेटी को कोई सिन्टम्स नहीं था, इसलिए उसे अलग कमरे में रहने की व्यवस्था की गई ।

21 अप्रैल को मम्मी के साथ पत्नी का पहले कोरोना आरटी- पीसीआर टेस्ट कराया । रिपोर्ट नेगेटिव आने पर बड़ी संतुष्टि मिली , क्योंकि विशैषकर 67 वर्षीय मां की तबीयत को लेकर काफी चिंता थी।

इस तरह 13 दिन में मेरा बुखार अब नियंत्रण में आ गया है। डॉक्टर ने कुछ दवाइयां शुरू की है। बड़ी बेटी और भांजे को भी पिछले 4 दिनों से कोई बुखार नहीं आया है, किंतु वे होम आइसोलेशन में रहकर दवाई का कोर्स पूरा कर रहे हैं।

कुल मिलाकर होम आइसोलेशन में अपना और परिजनों का ध्यान रखते हुए सही समय पर दवा और योगाभ्यास से कोरोना पर विजय प्राप्ति की ओर हम अग्रसर है । इस सफलता के पीछे ईश्वरीय शक्ति, आत्मबल, डॉक्टर का सहयोग और आप सब का आशीर्वाद महत्वपूर्ण रहा । लड़ाई अभी जारी है,,, मेरा सिर्फ इतना कहना है रिपोर्ट का इंतजार किए बिना लक्षण के आधार पर दवा शुरू कर दें.