अमेरिका की स्वतंत्र जर्नल क्लीनिकल इंफेक्शियस डिसीस ने रविवार को कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन कोवैक्सिन के बारे में good news दी। उनकी study में दावा किया गया कि COVAXIN भारत में पाए गए डबल म्यूटेंट कोरोना वैरिएंट के खिलाफ काफी हद तक प्रोटेक्शन देती है। साथ ही यह ब्रिटेन में मिले वैरिएंट समेत कई दूसरे स्ट्रेन को भी खत्म कर देती है।
इससे पहले इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने भी कोवैक्सिन को लगभग सभी प्रमुख वैरिएंट पर असरदार बताया था।
भारत बायोटेक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. कृष्णा एल्ला का कहना है कि क्लिनिकल ट्रायल्स के तीनों फेज में 27 हजार वॉलंटियर्स पर वैक्सीन का प्रयोग किया है। फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल्स के नतीजों के साथ यह साबित हो गया है कि कोवैक्सिन कोरोनावायरस के खिलाफ असरदार है। यह वैक्सीन तेजी से सामने आ रहे कोरोनावायरस के अन्य वैरिएंट्स के खिलाफ भी कारगर है।
कोवैक्सिन या BBV152 एक व्होल वायरॉन इनएक्टिवेटेड SARS-CoV-2 वैक्सीन है। इसे वेरो सेल्स से बनाया गया है। यह 2 से 8 डिग्री सेल्सियस पर स्टेबल रहती है और रेडी-टु-यूज लिक्विड फॉर्मेशन में ट्रांसपोर्ट की जा रही है। मौजूदा वैक्सीन सप्लाई चेन चैनल्स के लिए यह उपयुक्त है। BBV152 के साथ 28 दिन की ओपन वायल पॉलिसी भी है, जो वैक्सीन के वेस्टेज को 10-30% तक कम करती है।