मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल की हाई स्कूल मुख्य परीक्षा 2021 में उत्तीर्ण सभी परीक्षार्थियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना की है। उल्लेखनीय है कि आज छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल द्वारा हाई स्कूल की मुख्य परीक्षा 2021 के परीक्षा परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर घोषित किए गए, जिनमें शत-प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। कोविड-19 महामारी के कारण इस वर्ष 10वीं की परीक्षा निरस्त कर दी गई थी।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया, इस परीक्षा में कुल 4 लाख 61 हजार 93 बच्चों का इंटरनल असेसमेंट किया गया था। जिन बच्चों ने असाइनमेंट जमा नहीं किया था, उनको भी मिनिमम मार्क्स देकर पास कर दिया गया है। इनमें से 4 लाख 46 हजार 393 स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन में पास हुए हैं। यह कुल स्टूडेंट्स का 97% है। 9 हजार 24 विद्यार्थियों की सेकंड डिवीजन आई। वहीं 5,0673 थर्ड डिवीजन में पास हुए।
स वर्ष कोविड-19 महामारी के कारण 10वीं की परीक्षा निरस्त करते हुए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। जो परीक्षार्थी आंतरिक मूल्यांकन में सम्मलित नहीं हुए उन्हें न्यूनतम उत्तीर्ण अंक देकर परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। सभी विद्यार्थी उत्तीर्ण हो गए हैं।
उत्तीर्ण परीक्षार्थियों में 4 लाख 46 हजार 393 छात्र प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए हैं। जो कुल घोषित परिणाम का 96.81 प्रतिशत है। द्वितीय श्रेणी में 9 हजार 24 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए, जो कुल शामिल परीक्षार्थियों का 1.96 प्रतिशत और तृतीय श्रेणी में 5 हजार 676 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए, जो कुल शामिल परीक्षार्थियों का 1.23 प्रतिशत है।
प्रथम श्रेणी में 95.66 प्रतिशत, द्वितीय श्रेणी में 2.65 प्रतिशत, तृतीय श्रेणी में 1.68 प्रतिशत बालक परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। इसी प्रकार प्रथम श्रेणी में 97.90 प्रतिशत, द्वितीय श्रेणी में 1.30 प्रतिशत तथा तृतीय श्रेणी में 0.80 प्रतिशत बालिकाएं उत्तीर्ण हुए हैं।
इस वर्ष आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा इस वर्ष प्रावीण्य सूची में जारी नहीं करने का निर्णय लिया गया है। अतः प्रावीण्य सूची जारी नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त पुनर्गणना एवं पुनर्मूल्यांकन का प्रावधान भी इस परीक्षा में समाप्त किया गया है, जो परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नही हैं, उन्हें आगामी परीक्षा में श्रेणी सुधार के लिए सम्मलित होने की पात्रता होगी।