उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने फूड पार्क की भूमि यथाशीघ्र हस्तांतरित कराने और फूड पार्कों के विकास में गति लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्थानीय संसाधनों पर आधारित सूक्ष्म एवं लघु श्रेणी के उद्योग स्थापित करने के साथ ही राज्य में खाद्य प्रसंस्करण एवं कृषि और वनोपज आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। उद्योग मंत्री ने अपने रायपुर निवास कार्यालय में बुधवार को आयोजित वर्चुअल बैठक में विभागीय काम-काज की समीक्षा की। उन्होंने जिलेवार विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए प्राथमिकता के आधार पर विकासखण्ड स्तरीय फूड पार्कों से संबंधित कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वरोजगार स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत प्राप्त लक्ष्यों को समय-सीमा में करने के निर्देश दिए। श्री लखमा ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत आने वाली सेवाओं को भी समय-सीमा में निराकृत करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उद्योग मंत्री श्री लखमा ने बैठक में विभाग के निगम सी.एस.आई.डी.सी. एवं एस.आई.पी.बी. के कार्यों की समीक्षा करते हुए फूड पार्कों के विकास में गति लाने पर विशेष जोर दिया, ताकि निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कोरोना की तीसरी लहर आने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से औद्योगिक परिसरों में वायलरों की सुरक्षा संबंधी मापदण्डों पर विशेष ध्यान रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कोरोना एवं अन्य कारणों से मृत्यु होने पर कर्मचारियों के आश्रितों को योग्यतानुसार यथाशीघ्र अनुकम्पा नियुक्ति देने के निर्देश दिए। उद्योग मंत्री ने कोविड-19 के कारण ऑक्सीजन एवं मेडिकल उपकरणों की उपलब्धता में आई कठिनाईयों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक जिले विशेषकर दूरस्थ जिले जशपुर एवं सुकमा में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए निवेशकों को आकर्षित करने तथा मेडिकल उपकरण निर्माण उद्योग की स्थापना के लिए प्राथमिकता से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। बैठक में उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव उद्योग श्री मनोज कुमार पिंगुआ, सचिव श्री आशीष कुमार भट्ट, संचालक श्री अनिल कुमार टुटेजा, संयुक्त सचिव श्री अनुराग पाण्डेय, प्रबंध संचालक सी.एस.आई.डी.सी. श्री अरूण प्रसाद पी. सहित सभी जिलों के विभागीय अधिकारी वर्चुअल बैठक में उपस्थित थे।