भोपाल– राज्य सरकार के और उपक्रम मप्र महिला वित्त एवं विकास निगम में कर्मचारियों की सेवा निवृत्ति आयु 60 से बढ़ाकर 62 साल की जा सकती है। इसके लिए निगम प्रबंधन की ओर से एक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। निगम में इस समय सिर्फ 13 कर्मचारियों अधिकारियों का अमला पदस्थ है।
महिला वित्त एवं विकास निगम की स्थापना महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी और समर्थ बनाने की दिशा में काम करने के लिए की गई थी। कई योजनाओँ के माध्यम से निगम ने कई काम शुरू किए थे। इसके बावजूद निगम पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब इस उपक्रम में सिर्फ 13 लोगों का अमला ही बचा है। निगम राज्य सरकार की उस योजना पर अमल करना चाहता है जिसमें सेवा निवृत्ति की आयु 62 साल करने का प्रावधान है।
सरकार ने 2 साल पहले निगम मंडलों में काम करने वाले कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने का फैसला किया था। वित्त विभाग ने सभी उपक्रमों को पत्र भेजकर अपना प्रस्ताव भेजने को कहा था। इस प्रस्ताव में उन उपक्रमों को शामिल नहीं किया जाना था जिन्हें बंद किया जा चुका है अथवा जिन को बंद किए जाने का प्रस्ताव है। अब मध्य प्रदेश महिला वित्त एवं विकास निगम ने सरकार को चिट्ठी भेजकर सेवानिवृत्ति की आयु 60 से बढ़ाकर 62 साल करने को कहा है। आयोग के महाप्रबंधक द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग के उप सचिव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि निगम के पास इस समय करीब 325 लाख रुपए की संचित निधि है। यह निगम की सुंदृढ वित्तीय स्थिति का आधार है। निगम के पास इस समय सीमित अमला है जिसमें 13 कर्मचारी अधिकारी ही शामिल हैं। नई भर्ती न होने के कारण इसकी संख्या में कोई वृद्धि होने की संभावना नहीं है। निगम की संचालक मंडल की बैठक में तय किया गया है निगम को अनवरत चलाया जाएगा। इसे बंद करने का कोई प्रस्ताव फिलहाल नहीं है। इसी आधार पर निगम ने अपने प्रस्ताव में निगम में सेवानिवृत्ति की आयु 60 से 62 किए जाने का अनुरोध किया है। इस प्रस्ताव को महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव को प्रशासकीय अनुमोदन के लिये भेजा गया हैं। अभी तक कर्मचारियों की सेवानिवृत आयु 62 वर्ष फिलहाल ठंडे बस्ते में है I