*“भारतीय रेलवे ने पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में प्रमुख वृद्धिशील (इंक्रीमेंटल) वृद्धि दर्ज की गई है

*“भारतीय रेलवे में सितंबर 2020 से पिछले 11 महीनों में सबसे अधिक माल ढुलाई जारी है

बिलासपुर – दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने माल लदान के क्षेत्र में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए पिछले वित्तीय वर्ष की जुलाई 2020 महीने की 13.70 मिलीयन टन एवं 6554 वैगन प्रतिदिन की तुलना में वर्तमान वर्ष की जुलाई 2021 महीने में 16.27 मिलीयन टन एवं 7776 वैगन प्रतिदिन माल लदान की है ।

इसी प्रकार संचयी मालदान में भी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 के जुलाई महीने तक की 51.38 मिलीयन टन एवं 6236 वैगन प्रतिदिन की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 की जुलाई महीने तक 66.50 मिलीयन टन एवं 8018 वैगन प्रतिदिन माल लदान की उपलब्धि हासिल की है ।

भारतीय रेलवे ने जुलाई 2021 में शानदार माल लदान प्रदर्शन दर्ज किया है और इस महीने में एक बार फिर सबसे अधिक माल लदान हासिल किया है जो कि पिछले 11 महीनों सितंबर’ 2020 से जारी है ।

भारतीय रेलवे ने जुलाई 2021 में 17.54 मिलियन टन (जुलाई 2020 की तुलना में 18.43% की वृद्धि) का अब तक का सबसे अधिक वृद्धिशील (इंक्रीमेंटल) माल लदान हासिल किया है, जिसमें कुल माल लदान 112.72 मिलियन टन है, जबकि जुलाई 2019 में यह 99.74 मिलियन टन एवं जुलाई 2020 में 95.18 मिलियन टन था ।

भारतीय रेलवे ने पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में प्रमुख वृद्धिशील (इंक्रीमेंटल) वृद्धि दर्ज की गई है

• कोयला 9.31 मिलियन टन (23.47%),

• सीमेंट क्षेत्र 2.31 मिलियन टन (26.71%),

• स्टील 0.45 मिलियन टन (8.72%),

• लौह अयस्क 1.81 मिलियन टन (14.05%),

• लौह अयस्क के अलावा अन्य इस्पात के लिए कच्चा माल 0.88 मिलियन टन (48.62%),

• खाद्यान्न 0.43 मिलियन टन (7.89%),

• कंटेनर 1.33 मिलियन टन (28.36%),

• शेष अन्य सामान 1.11 मिलियन टन (13.34%)

भारतीय रेलवे ने जुलाई 2020 तक 336.74 की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 में 451.97 मिलियन टन माल लदान के साथ, पिछले वर्ष 2020-21 की समान अवधि की तुलना में 115.23 मिलियन टन यानी 34.22 प्रतिशत की संचयी वृद्धिशील (इंक्रीमेंटल) माल ढुलाई भी हासिल की है ।

इसी प्रकार संचयी प्रदर्शन में पिछले वर्ष की इसी अवधि में कोयला 55.83 मीट्रिक टन (37.11%), लौह अयस्क 18.07 मीट्रिक टन (43.88%), सीमेंट 15.01 मीट्रिक टन (52.91%) और शेष 10.45 मीट्रिक टन (38.42%) में प्रमुख वृद्धि दर्ज की गई है ।