छत्तीसगढ़ में जनवरी 2019 से 28 फरवरी 2021 तक करीब 15 हजार लोगों ने आत्महत्या की है। ये आंकड़ा हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान राज्य सरकार की तरफ से ही जारी किया गया था। सोमवार को इस मामले में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि ये चिंता का विषय है। धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में आम लोग, किसान और सरकारी कर्मचारी डिप्रेशन में हैं। इन वर्गों के लोगों में हताशा और निराशा बढ़ी है। उन्होंने मौजूदा सरकार की गलत नीतियों को इस मामले में कसूरवार ठहरया।

सबसे अधिक रायपुर में164, दुर्ग में 88, बलरामपुर में 64 नाबालिकों ने आत्महत्या की है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक के बताया कि कुल 6100 मजदूरों ने आत्महत्या की है। इसी तरह से 1122 बुजुर्गों ने आत्महत्या कर ली है। ये आकड़ें बताते हैं कि प्रदेश में इन वर्गों के लोगों में समस्याएं इस कदर हावी हैं कि ये खुद ही अपनी जिंदगी खत्म कर रहे हैं। इनके प्रति हमें जिम्मेदारी दिखाने की जरुरत है।