भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 नवंबर आज के भोपाल दौरे को लेकर अफसरों का पूरा फोकस सुरक्षा रहा। कार्यक्रम स्थल से लेकर एयरपोर्ट तक सभी कुछ सुरक्षा एजेंसीज, पुलिस अधिकारियों के बीच समन्वय से हुआ जिसमे किसी को कोई असुविधा भी न हो ऐसा पूरा ध्यान रखा गया। जिसमें SPG समेत पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे । मोदी की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था
पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रधानमंत्री की आंतरिक सुरक्षा के पहले घेरे में SPG कमांडो, दूसरी-तीसरी सुरक्षा में MP ATS के कमांडो, केंद्रीय खुफिया एजेंसी के साथ और सेंट्रल पैरामेलेट्री फोर्स के जवान शामिल रहे । हॉक फोर्स के कमांडो भी पुलिस को मिले हैं। केंद्रीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड रही । प्रधानमंत्री का पूरा कार्यक्रम तय समय अनुसार ही संपन्न हुआ। दोपहर साढ़े बारह बजे उनका विशेष विमान भोपाल एयरपोर्ट पर उतरा जहाँ उनकी अगवानी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद मौजूद रहे। जहाँ से मुख्यमंत्री स्वयं वायु सेना के हेलीकॉप्टर से प्रधानमंत्री के साथ सीधे जम्बूरी मैदान भोपाल पहुंचे।
कार्यक्रम स्थल पर हलचल –
भोपाल के जम्बूरी मैदान में करीब दो लाख से अधिक आदिवासी भाई बहनो और कार्यकर्ताओ के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिरसा मुंडा की जयंती पर जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए। यहां आदिवासी कलाकारों ने पारंपरिक नृत्य के साथ उनका स्वागत किया। मंच पर प्रधानमंत्री को झाबुआ से लाई गई आदिवासियों की पारंपरिक जैकेट और डिंडोरी से लाया गया आदिवासी साफा और तीर कमान भी भेट किये। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम से पहले बिरसा मुंडा के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। आदिवासी कलाकार पद्मश्री भूरी बाई ने प्रधानमंत्री को अपनी बनाई पेंटिंग भेंट की।
कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सभी मंत्रीगण से प्रधानमंत्री मोदी की मुलाकात भी हुई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भाषण के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में आदिवासी भाई बहनो का स्वागत उध्बोधन के साथ भारत सरकार द्वारा संचालित जनजाति विशेष योजनाओं के बारे में भी बताया।
जम्बूरी मैदान में आयोजित जनजाति गौरव कार्यक्रम संपन्न के बाद उनका काफिला सेना के हेलीकॉप्टर से बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी , भोपाल के हेलिपैड में उतरा। जहाँ से वो नवनिर्मित रानी कमलापति रैलवात स्टेशन के तरफ उद्धघाटन की ओर प्रस्थान किये। इस दौरान उन्होंने रास्ते के किनारे खड़े कार्यकर्ताओ का अभिवादन भी स्वीकार किया। फूलों की वर्षा से स्वागत बीच रास्ते में किया गया।
रानी कमलापति स्टेशन पर पहुंचकर करीब १० मिनट परिसर का अवलोकन भी मोदी द्वारा किया गया। इसके बाद लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को देश का सर्वश्रेष्ठ बताते हुए कहा कि स्टेशनों में स्टेशन, रानी कमलापति स्टेशन। उन्होंने कहा कि भोपाल मेट्रो को रानी कमलापति स्टेशन से इंटीग्रेट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रानी कमलापति का नाम जुड़ने से गोंड गौरव भारतीय रेलवे से जुड़ा है। एक जमाना था, जब रेलवे के प्रोजेक्ट को ड्राइंग बोर्ड से जमीन पर उतरने में सालों साल लग जाते थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के सम्बोधन के बाद मोदी ने कहा कि 6 साल पहले तक जिसका भी पाला भारतीय रेल से पड़ता था, वो भारतीय रेल को ही कोसते हुए ज्यादा नजर आता था। स्टेशन पर भीड़ भाड़ गंदगी। खाने-पीने की असुविधा। ट्रेन में गंदगी। सुरक्षा की भी चिंता रहती थी। लोग चेन लेकर बैग में ताला लगाते थे। दुर्घटना का भी डर रहता था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि रानी कमलापति का नाम जुड़ने से गोंड गौरव भारतीय रेलवे से जुड़ा है। आज का दिन देश के लिए गौरवपूर्ण इतिहास और वैभवशाली भविष्य के संगम का दिन है। भारतीय रेल का भविष्य कितना आधुनिक है। कितना उज्जवल है। इसका प्रतिबिंब भोपाल के इस भव्य रेलवे स्टेशन में जो भी आएगा, उसे दिखाई देगा। भोपाल के इस ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन का सिर्फ कायाकल्प नहीं हुआ है, बल्कि गिन्नौरगढ़ की रानी का नाम जुड़ने से इसका महत्व और बढ़ गया है।
तय समयानुसार कार्यक्रम की सम्पन्नता के बाद मोदी हेलीकॉप्टर से भोपाल एयरपोर्ट उतरे जहाँ से विशेष विमान द्वारा दिल्ली प्रस्थान कर गए .