FSSAI ने 6 दिसंबर 2016 को इस संबंध में एक आदेश जारी किया था। उसने सभी राज्यों से कहा था कि भारत में खाने के आइटम्स की न्यूजपेपर्स में पैकेजिंग करने और देने की प्रैक्टिस आम हो गई है। यह फूड सेफ्टी के लिए खतरा है। इस तरह के आइटम को खाने से स्वास्थ्य के लिए खतरा होता है। यहां तक कि अगर खाना हाइजीनिक तरीके से बनाया गया है तो भी स्याही के संपर्क में आने पर यह स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है।  न्यूज पेपर और यहां तक कि कार्डबोर्ड रीसाइकल्ड पेपर से बनाए जाते हैं, जिसमें ढेर सारे केमिकल्स होते हैं। ये केमिकल ऑर्गन और इम्यून सिस्टम पर असर डालते हैं। इससे कैंसर से संबंधित बीमारियां हो सकती हैं।

सड़क किनारे बिकने वाले खाने के ज्यादातर आइटम कागज में ही लपेटकर दिए जाते हैं। महाराष्ट्र के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने कहा कि इसे अगर तुरंत बंद नहीं किया जाता है तो कड़ी कार्रवाई के लिए विक्रेता तैयार रहें। FDA ने आदेश में कहा कि अखबारी कागज में जो स्याही इस्तेमाल की जाती है, उसमें केमिकल की मिलावट होती है। इसलिए इस तरह के कागज में खाने वाले आइटम नहीं दिए जा सकते हैं।