कोरबा जिले के अमन ज्योति जाहिरे और धमतरी जिले के शौर्य प्रताप चंद्राकर का चयन राज्य वीरता पुरस्कार के लिये हुआ है। इन्हें राजधानी रायपुर में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके सम्मानित करेंगी। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की ज्यूरी समिति ने वीरता पुरस्कारों के लिये दोनों के नामों की घोषणा की है। ज्यूरी समिति की अनुशंसा पर श्री शौर्य प्रताप चंद्राकर और े श्री अमन ज्योति जाहिरे का चयन किया गया है। इन बच्चों ने साहस का परिचय देते हुए अपनी जान की परवाह किये बगैर अपनी सूझबूझ से दूसरों की जान बचाई है। बच्चों को पुरस्कार में 15-15 हजार रूपए की नगद राशि (चेक द्वारा)  प्रशस्ति पत्र और चांदी का मेडल प्रदान किया जाएगा।
अपनी जिंदगी दांव में लगा अमन ज्योति ने बचाई दोस्त की जान
 कोरबा जिले के अमन ज्योति ने अपने दोस्त को बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव में लगा दी थी। यह घटना 01 अगस्त 2021 की है। इस दिन फ्रेंडशिप डे था।  दोपहर लगभग 02 बजे अपने एक मित्र साहिल पैगवार का जन्मदिन मनाने के लिए 20 किलोमीटर दूर पिकनिक स्पॉट परसाखेला बांध के झरना के पास पिकनिक मनाने गए थे। इसी दौरान कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत एक छात्र आशीष ठाकुर, जलप्रपात के पहले, किनारे में अपना हाथ-पैर धोने के लिए गया। वहां चट्टान में पैर फिसल कर गिरने के कारण वह पानी के तेज धार में बहने लगा। आगे गहरी खाई होने के कारण उसमें गिरने का खतरा था। खतरनाक फिसलन चट्टान और पानी की तेज धार में आशीष को बहते देख सभी मित्र घबरा गए। आशीष को तैरना नहीं आता था और वे बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगा। अपने से उम्र में बड़ा आशीष को बचाने 15 वर्षीय छात्र अमनज्योति अपने मित्र पानी के तेज बहाव में कूद गया। अमन को भी तैरना नहीं आता था, किन्तु वह यह सोचकर कि मित्र को किसी भी तरह बचाने की कोशिश कर लेगा, वह पानी में कूद गया। पानी में चट्टानों के बीच बहते हुए अपने मित्र आशीष को अमन ने पकड़ लिया। कुछ देर तक आशीष को रोक कर रखे जाने के बाद एक अन्य मित्र दीपांशु पहुंच जाने से वे दोनों आशीष को किनारे पर ले आए। पानी के तेज बहाव में बहने के कारण आशीष बेहोश हो चुका था। किनारे पर लाकर उन्होंने आशीष के पेट में भरे पानी को बाहर निकाला। अमन की सूझबूझ एवं साहस से उसके मित्र आशीष की जान बच गई। पानी के तेज बहाव और चट्टानों में टकराने के कारण अमन के हाथ की हड्डी खिसक गई थी। हाथ, पैर, गले और छाती में गहरी चोट भी लगी। सभी मित्र आशीष और अमन को लेकर जिला चिकित्सालय में पहुंचे। यहां उपचार के बाद जब सभी सुरक्षित घर लौटे तो सभी ने अमन के साहसिक कार्यों की प्रशंसा की।