केजरीवाल सरकार ने शहीद भगत सिंह के शहादत दिवस से पहले बड़ा फैसला किया है। दिल्ली में सैनिक स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह आर्मड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी स्कूल होगा। मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली वासियों का शहीद-ए-आजम भगत सिंह को शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि देने का यह एक तरीका है। इस स्कूल में बच्चों को एनडीए, नेवी और एयरफोर्स में भर्ती होने की फ्री ट्रेनिंग दी जाएगी। स्कूल में 9वीं और 11वीं कक्षा में इस साल 100-100 सीटों पर दाखिले होंगे। अब तक 200 सीटों के लिए 18 हजार आवेदन आ चुके हैं। 27 मार्च को 9वीं और 28 मार्च को 11वीं कक्षा में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा होगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए स्कूल पूरी तरह से फ्री होगा और रिहायशी सुविधा भी मिलेगी। सेना के सेवानिवृत्त ऑफिसर छात्रों को प्रशिक्षित करेंगे। झरोदा कलां में 14 एकड़ में स्थापित होने वाला यह स्कूल सभी सुविधाओं से लैस होगा। 
मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली सचिवालय में महत्वपूर्ण डिजिटल प्रेस वार्ता को संबोधित किया। सीएम केजरीवाल ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह का कल 23 मार्च को शहादत दिवस है। भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को कल के दिन फांसी पर लटका दिया गया था।‌ तीनों क्रांतिकारियों ने देश को आजाद कराने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। इस मौके पर दिल्ली सरकार एक महत्वपूर्ण घोषणा कर रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली कैबिनेट ने 20 दिसंबर 2021 को निर्णय कर ऐलान किया था कि दिल्ली में एक ऐसा स्कूल बनाएंगे, जहां पर बच्चों को फौज में भर्ती होने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे कि वह एनडीए, नेवी, एयरफोर्स में भर्ती हो सकें। उसके लिए उनको तैयार किया जाएगा। दिल्ली में इसके लिए एक विशेष किस्म का स्कूल तैयार किया जाएगा। उस स्कूल का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा। स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह आर्मड फोर्सेस प्रिपेरटॉरी स्कूल होगा। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्कूल पूरी तरह से फ्री होगा। इसके अलावा स्कूल में छात्रों को रिहायशी सुविधा भी मिलेगी, यानि की जितने भी बच्चे दाखिला लेंगे, वह वहीं पर हॉस्टल में रहेंगे। लड़कों और लड़कियों का अलग-अलग हॉस्टल होगा। झरोदा कलां में 14 एकड़ का कैंपस बनाया जा रहा है। वहां पर सभी सुविधाओं से लैस मॉडर्न स्कूल बनाया जा रहा है। फौज में ऑफिसर लाइक क्वालिटी सिखाई जाती हैं। इसी तरह से स्कूल के अंदर ऑफिसर्स लाइक क्वालिटी सिखाई जाएंगी। एनडीए, नेवल एकेडमी और दूसरी आर्म्ड सर्विसेस के लिए बच्चों को तैयार किया जाएगा।