रायपुर : (अभिषेक शर्मा) कांग्रेस की यशोदा वर्मा ने बीस हज़ार से अधिक वोटो से जीत हासिल की है। जिससे फिर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता और विश्वनीयता पर जनता ने मुहर लगा दी है।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ की इस उपचुनाव सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों की लिए प्रतिष्ठा का सवाल था। खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। इसमें कुल 2 लाख 11 हजार 516 को वोट डालना था। लेकिन 78.48% लोग ही मतदान के लिए पहुंचे। यानी एक लाख 65 हजार 807 लोगों ने ही इस चुनाव में वोट डाला था। 2018 और 2013 के आम चुनाव में यहां 84% से अधिक मतदान हुआ था। खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा की तरफ से स्टार कैंपेन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल भी आये थे परन्तु उनका जादि नहीं चल सका। जिसका साफ़ संकेत है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ जनता के लिए पहली पसंद बने हुए है। डॉ रमन सिंह के सभी प्रयास असफल नजर आये और एक बार फिर नगरीय निकायों , पेंड्रा गौरेला मरवाही उपचुनाव के बाद खैरागढ़ में भी शिकस्त कांग्रेस ने भाजपा को दी है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने निभाई अहम् भूमिका
छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शैलेश नितिन त्रिवेदी जी दिन रात विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय रहे। उन्होंने सवर्ण वोट बैंक को साधने के साथ साथ पिछड़ा एवं अल्पसंख्यकों मतदाताओं को मुख्यमंत्री भूपेश की योजनाओं, प्रदेश का विकास रोड मैप के प्रचार प्रसार में अहम् भूमिका निभाई। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने ट्वीट कर सभी लोगो को जीत की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।

विपक्ष का आरोप – राजनांदगांव के बीज निगम परिसर में मतगणना स्थल पर पूरे समय भाजपा प्रत्याशी कोमल जंघेल अपडेट लेते रहे। पूरे 18 राउंड होने के बाद भाजपा प्रत्याशी कोमल ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने शराब, साड़ी और रुपयों के बल पर चुनाव लड़ा जिसका कांग्रेस को फायदा मिला साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि जनता ने जिला बनने की ख्वाहिश को लेकर कांग्रेस को वोट दिया है। कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र पूरा नहीं किया चुनाव जितने कि लिए जिला बनाने की घोषणा करना गलत है।
वही नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी जिला बनाने की घोषणा का मतदाता इफेक्ट को स्वीकारा है । उन्होंने कांग्रेस पर छल ,प्रपंच और धन का प्रयोग इस उपचुनाव की जीत को बताया है ।