मुख्यमंत्री बघेल ने बुधवार को राज्य के आदिवासी बहुल बलरामपुर जिले से राज्यव्यापी जनसंपर्क अभियान की शुरुआत की थी। आज उन्होंने दूसरे क्षेत्रो में जाकर जनता की समस्याएं सुनीं और शिकायत सही पाए जाने पर कई अधिकारियों को सस्पेंड भी किया।
मुख्यमंत्री ने सनावल- रामानुजगंज विधानसभा मंच से लोगों की समस्या सुनी। फिर कहा कि किसानों को मुआवजा राशि काफी पहले भेज दी गई थी। लेकिन अभी तक मुआवजा नहीं बांटा गया। उन्होंने मंच से ही कलेक्टर को आदेश दिया कि दो महीने के भीतर मुआवजा बंट जाना चाहिए। उन्होंने मंच से ही एग्जीक्यूटिव इंजीनियर उमाशंकर राय को सस्पेंड कर दिया।
वहीँ आज सूरजपुर में आवर्ती चराई एवं गौठान निर्माण में उदासीनता बरतने पर मुख्यमंत्री ने डीएफओ समेत तीन को किया तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है I मुख्यमंत्री ने डीएफओ मनीष कश्यप को और पूर्व प्रभारी डीएफओ बी एस भगत को सस्पेंड किया है साथ ही लापरवाही बरतने पर रेंजर भी सस्पेंड किया है I
गोविंदपुर के ग्रामीणों ने की थी शिकायत
राज्य शासन की फ़्लैगशिप परियोजना में लापरवाही और मुआवजा नहीं बटने पर बड़ी कार्यवाही मुख्यमंत्री द्वारा की गई I
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि जनता परेशान होगी तब कार्रवाई निश्चित है। बघेल इस अभियान के दौरान राज्य के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। वो किसी एक गांव में रात्रि विश्राम करेंगे।
#सस्पेंड
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) May 6, 2022
गोविंदपुर में ग्रामीणों की शिकायत पर DFO, पूर्व प्रभारी DFO और रेंजर को लापरवाही के चलते निलंबित कर दिया गया है।
सरकार की सभी योजनाएँ आम जनता के लिए हैं, यदि किसी भी योजना को कम आंकेंगे, तो कार्रवाई निश्चित है।#BhupeshTuharDwar pic.twitter.com/xUMfgyT4GM