जशपुर: छतीसगढिया मुख्यमंत्री का ठेठ देशी अंदाज उस समय देखने को मिलता है जब वे घर की परछी में चटाई में बैठकर इत्मिनान से भोजन करते हैं । हंसी ठिठोली और सहज बातचीत के बीच वे चाव से भोजन करते हैं। इस दौरान वे मेजबान से हाल चाल और समस्याओं से भी रूबरू हो जाते हैं ।
स्थानीय खान पान और रहन सहन की जानकारी भी ले लेते हैं । यहां जशपुर के ग्राम आस्ता में वे आज एक सेवानिवृत्त शिक्षक के घर सादगी के साथ खाना खाया। सरई पान के पत्तल में भोजन और दोना में परोसे गए सब्जी,चटनी का स्वाद कई गुना बढ़ जाता है जब घर की बहु बेटी बड़े सम्मान के साथ भोजन परोसती हैं।घर की बाड़ी में बोए गए कुम्हड़ा भाजी का स्वाद घर की याद दिला देती है। जिस गांव में वह दौरा जाते है वहीं भोजन करना और घर वालों से घुलमिल जाना एक छतीसगढिया मुख्यमंत्री का ही अंदाज़ हो सकता है।