बेलतरा :- बहन भाई का पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन आज प्रदेश भर में अधिकतर लोग ने मनाएं कुछ सालों से हम लगातार देख रहे हैं की सोशल मीडिया के कुछ फायदे हैं तो नुकसान भी हैं।

ऐसा ही एक बड़ा नुकसान पिछले कुछ वर्षों में देखने को मिला कि हमारे हर त्यौहार को मुहूर्त के नाम पर छोटा कर रहे हैं।

हम बचपन में पूरा दिन राखी, दीपावली और होली मनाते थे। ना कोई मुहूर्त की बात करता था ना ही समय देखकर कोई त्यौहार मनाते थे।

पिछले कुछ वर्षों में अजीब सा चलन चला है इतने समय से इतने समय तक शुभ मुहूर्त है मतलब आप के त्यौहार को एक डेढ़ घंटे का कर दिया जाता है।क्या आपने कभी किसी और धर्म के त्योहारों पर इस प्रकार का संदेश देखा है नहीं इस राखी पर भी एक संदेश चल रहा है कि राखी इतने समय से इतने समय तक मुहूर्त है क्या यह संभव है कि देश की सभी बहनें एक ही मुहूर्त में अपने भाई को राखी बांधे।

क्या भाई बहन के प्रेम के बीच में मुहूर्त आ सकता हैअपने परिवार के साथ दिल खोलकर राखी मनाईये सुबह से लेकर रात तक ईश्वर का दिया हुआ हर क्षण शुभ होता है हमने एक बहन से इसी के संदर्भ में पूछे उन्होंने जवाब दिया जिसे सुनकर हम पल भर के लिए सन्न रह गए जवाब यह था कि बहन बोली जिस समय बहन भाई के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधने वह समय ही शुभ मुहूर्त हो जाता है। बिंदास होके पूरा दिन राखी के त्यौहार का आनंद लीजिए।हमारे हर त्योहार खुशियों के होते हैं और खुशियों का कोई मुहूर्त नहीं होता। जब दिल खुश हो जाए तब मुहूर्त भी शुभ हो जाता है I हम जितने शिक्षित हो रहे हैं उतने ही अंधविश्वासी भी होते जा रहे हैं इससे बचे।

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