मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आँगनवाड़ी केन्द्रों के उन्नयन और बच्चों के पोषण में जन-सहयोग की संकल्पना को साकार करने के लिये “एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” नवाचार प्रारंभ किया है। महिला-बाल विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आँगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों को ऐसा परिवेश उपलब्ध कराना है, जिससे उनका समग्र विकास संभव हो। इस पहल में आम नागरिक सहजता से अपना सहयोग दे रहे हैं। बालाघाट जिले में “एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” कार्यक्रम से बड़े बदलाव दिख रहे हैं। जिले की 11 बाल विकास परियोजना में 2,555 आँगनवाड़ी केन्द्र स्वीकृत हैं। इसमें से अब तक लगभग 2,521 आँगनवाड़ी केन्द्र की जिम्मेदारी जन-समुदाय द्वारा ली गई है।
आयुष राज्य मंत्री श्री रामकिशोर कावरे ने “एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” कार्यक्रम में बालाघाट जिले के ग्राम बघोली के आँगनवाड़ी केन्द्र को गोद लिया है। उन्होंने आँगनवाड़ी केन्द्र में वॉल पेंटिंग, हितग्राही बच्चों के लिये बाल सुलभ सामग्रियाँ, खिलौने, सीलिंग फेन, कुर्सियाँ, बर्तन, जूते-चप्पल के रैक, दीवार घड़ी आदि प्रदान की हैं। इस केन्द्र को आदर्श आँगनवाड़ी केन्द्र के रूप में विकसित किया गया है।
बालाघाट जिले में ग्राम पंचायत सचिव श्री परसराम उइके द्वारा जिले के ग्राम लच्छीटोला के आँगनवाड़ी केन्द्र को गोद लिया गया है। उन्होंने आँगनवाड़ी केन्द्र में वॉल पेंटिंग का कार्य कराया और जन-सामान्य से बच्चों के लिये खिलौने, मेटिंग, सीलिंग फेन, कुर्सियाँ और बर्तन आदि की व्यवस्था भी कराई।
बालाघाट जिले की श्रीमती असीमा, मदनलाल बाहे, सालिकराम भगत, गौतम और अनेक नागरिक ने “एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” कार्यक्रम में विभिन्न आँगनवाड़ी केन्द्र को गोद लेकर बच्चों के पोषण और उनके सर्वांगीण विकास के लिये आवश्यक वस्तुओं और सुविधाओं की जिम्मेदारी ली है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रदेश में 30 दिसंबर 2021 को “एडॉप्ट एन आँगनवाड़ी” कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्रदेश के 84 हजार 465 आँगनवाड़ी केन्द्र और 12 हजार 670 मिनी आँगनवाड़ी केन्द्र का श्रेणीकरण कर आवश्यकताओं का आकलन किया गया है। कोई भी इच्छुक व्यक्ति इस कार्यक्रम में सहयोग के लिये मो.न.- 8989622333 पर मिस्ड कॉल देकर अथवा प्ले-स्टोर से “Adopt An Aanganwadi” एप डाउनलोड करा अपना पंजीयन कर सकते हैं।