- मुझे नहीं पता था कि मैं आज आवेदन कर रही हूं और आज ही मुख्यमंत्री मुझे आदेश देंगेः पूजा
- मैं फिजिकल एजुकेशन के लिए जरूरी डायट और रूटीन नहीं कर पाती थी, भत्ते से मैं मजबूत बनूंगीः मुकेश्वरी
- बेरोजगारी भत्ते के आवेदन के लिए कोई अंतिम तिथि नहीं
रायपुर, 01 अप्रेल 2023/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर स्थित निवास कार्यालय से बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने योजना की शुरूआत के साथ ही चार युवाओं को बेरोजगारी भत्ता स्वीकृति आदेश भी जारी किया। मुख्यमंत्री के हाथों बेरोजगारी भत्ता स्वीकृति आदेश पाने वाले ये चार युवा अपने भविष्य को लेकर आशांवित हैं और इसके लिए मेहनत भी कर रहे है। बेरोजगारी भत्ते से इनके सपनों को नई उड़ान मिलेगी।
गौरेला पेंड्रा मरवाही 1 अप्रैल, 2023/ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार राज्य के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को 1 अप्रैल से ढाई हजार रूपए प्रतिमाह भत्ता देने की योजना का शुभारंभ आज किया गया। इसके लिए जिले में 14 कलस्टर केंद्र बनाए गए हैं। गौरेला विकासखंड में आईटीआई गौरेला, शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय लालपुर, शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय धनौली एवं शासकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय बस्ती को कलस्टर केंद्र बनाया गया है। विकासखंड मरवाही में एकलव्य विद्यालय डूंगरिया, शासकीय हाई स्कूल धोबहर, शासकीय हाई स्कूल सिवनी, स्वामी आत्मानंद स्कूल मरवाही एवं हायर सेकेंडरी स्कूल बंसीताल को कलस्टर केंद्र बनाया गया है। इसी तरह विकास खंड पेंड्रा में जनपद पंचायत पेंड्रा, ग्राम पंचायत कोटमी, ग्राम पंचायत नवागांव एवं ग्राम पंचायत कोडगार में कलस्टर केंद्र बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि 1 अप्रैल से शिक्षित बेरोजगारों को भत्ता देने की योजना के तहत आयु सीमा 18 से 35 वर्ष, परिवार की वार्षिक आय 2 लाख 50 हजार रूपए और 1 अप्रैल को 2 वर्ष पुराना रोजगार पंजीयन होना चाहिए। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजो में छत्तीसगढ़ का मूल निवासी प्रमाण पत्र, जन्मतिथि के लिए 10वीं की मार्कशीट, शैक्षणिक योग्यता के लिए 12वीं उत्तीर्ण का प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और रोजगार पंजीयन कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो एवं आय का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। आवेदन के लिए कोई अंतिम तिथि नहीं है। योजना के लिए https://berojgaribhatta.cg.nic.in पर घर बैठे आवेदन कर सकते हैं।
आइए जानते हैं कौन हैं ये चार युवा।
रायपुर जिले की रहने वाली पूजा चंद्रवंशी बी.एड. की छात्रा हैं। रायपुर के गुढिहारी की रहने वाली पूजा बेहद गरीब परिवार से हैं और बहुत ही मुश्किलों से शिक्षक बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए पढ़ाई कर रही हैं। अभी तक पूजा बीएड की मंहगी किताबें खरीद पाने में असमर्थ थीं और वो अपने सहपाठियों से किताबें लेकर पढ़ाई करती थीं। उन्हें ये किताबें वापस करने का दबाव होता था।
बेरोजगारी भत्ता योजना के बारे में जानकारी मिलने पर पूजा ने आज ही आनलाइन इसके लिए आवेदन किया था और थोड़ी ही देर बाद उनका बेरोजगारी भत्ता स्वीकृत भी हो गया।मुकेश्वरी रायपुर के मोवा की रहने वाली एथलीट हैं और फिजिकल एजुकेशन में अपना कैरीयर बनाना चाहती हैं। मुकेश्वरी को अपनी रेगुलर डाइट और अपनी रूटीन को मेंटन करने में काफी परेशानी होती है क्योंकि फिजिकल एजुकेशन के लिए शरीर का फिट रहना बेहद जरूरी है।
आर्थिक तंगी के बाद भी वो पढ़ाई तो कर रही थी लेकिन शरीर का खयाल नहीं रख पाती थी। बेरोजगारी भत्ता मिलने से अब मुकेश्वरी न सिर्फ अपनी अच्छी डायट ले सकेंगी बल्कि उन्हें पढ़ाई में भी आसानी होगी। इसी तरह से गुढ़िहारी के रहने वाले कुणाल साहू कंप्यूटर के फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं और बीसीए की पढ़ाई कर रहे हैं। आर्थिक हालात ठीक न होने से कुणाल बीसीएस की मंहगी किताबें नहीं खरीद पाते थे, बेरोजगारी भत्ते से ये परेशानी अब दूर हो गयी है।
रायपुर के ही कृष्णा नगर के रहने वाले दीपक निषाद अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके है और सिविस सर्विसेज में कैरीयर बनाने में जुटे हुए हैं। दीपक अपनी तैयारी को धार देने के लिए ऩई किताबें खरीदने से बचा करते थे, लेकिन अब बेरोजगारी भत्ते से मिले पैसों से वो नई किताबें खरीद पाएंगे और अपने सपनों को पूरा करने के और नजदीक पहुंच पाएंगे।इन चारों युवाओं ने आज ही बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया था और इन्हें नहीं पता था कि आज ही इनका आवेदन स्वीकृत भी हो जाएगा। इनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब इन्हें पता चला कि खुद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल इन्हें स्वीकृति आदेश प्रदान करेंगे। इन युवाओं ने मुख्यमंत्री श्री बघेल का आभार जताते हुए बेरोजगारी भत्ता योजना शुरू करन के लिए उनको धन्यवाद ज्ञापित किया और साथ ही ये भी कहा है कि मुख्यमंत्री के इस मदद से वो जल्द ही रोजगार हासिल करेंगे।