मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विकास पर्व प्रदेश में विकास का वातावरण निर्मित कर रहे हैं। सार्वजनिक सुविधाओं के विस्तार के लिए अनेक निर्माण कार्य किए गए हैं। साथ ही जन-कल्याण की योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है। विकास का यह संदेश आमजन तक पहुँचना चाहिए। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विकास पर्व में अनेक कार्यों के लिए भूमि-पूजन हो रहे हैं, सम्पन्न कार्यों के लोकार्पण हो रहे हैं। जन-प्रतिनिधि और प्रशासनिक अमले की अधिकतम भागीदारी विकास पर्व में होना चाहिए। शीघ्र ही प्रदेश में हुए विकास कार्यों का रिपोर्ट-कार्ड आम जन के सामने रखा जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं दिन-रात जनसेवा में व्यस्त हूँ। इस नाते प्रशासकीय अमले से भी कठोर परिश्रम की आशा है।

मुख्यमंत्री चौहान प्रदेश में 16 जुलाई से प्रारंभ हुए विकास पर्व के संबंध में कलेक्टर्स और जन-प्रतिनिधियों से समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास पर्व की गतिविधियों में सभी को हिस्सा लेना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता को यह जानकारी मिलना चाहिए कि मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर कार्य हुए हैं। कई कार्यों में तो मध्यप्रदेश ने रिकार्ड तोड़े हैं। सड़क, पानी, बिजली, विद्यालय-भवनों के निर्माण और योजनाओं के क्रियान्वयन का कार्य लगातार चल रहा है। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि विकास पर्व की गतिविधियों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पट्टों के वितरण का कार्य भी किया जाये। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग-अलग कार्यक्रम की रूपरेखा बनाई जाए। मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में पट्टों का वितरण, अवैध कॉलोनियों को वैध करना, स्वीकृत सड़कों का शिलान्यास आदि कार्यक्रम निर्धारित कर आमजन की उपस्थिति में किए जाएं। नागरिकों को जानकारी मिलना चाहिए कि वर्ष 2003 के पूर्व मध्यप्रदेश कैसा था और अब कैसा है। इस तुलनात्मक स्थिति से ही प्रगति का अंदाज लगाया जा सकता है।

इन जिलों में विकास पर्व की गतिविधियां सराहनीय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उज्जैन, धार, बड़वानी, श्योपुर में विकास पर्व की गतिविधियां सबसे अचछी हैं। अन्य जिले भी कार्य कर रहे हैं। आज ही नरसिंहपुर जिले में 4 हजार 825 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ है।

खाद/उर्वरक की समस्या नहीं आने दें

मुख्यमंत्री चौहान ने जिलों में मूंग और उड़द के उपार्जन के कार्य के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को भुगतान में देरी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिलों में खाद और उर्वरक की समस्या नहीं आना चाहिए। अभी तक ऐसी शिकायतें नहीं मिली हैं, लेकिन भविष्य में भी शिकायतें न मिलें और किसानों को समय पर खाद और उर्वरक का प्रदाय होता रहे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नगरीय विकास के लिए जारी राशि को जिला और निकाय स्तर पर आवंटित करना है। वर्षा के कारण सड़कों की क्षति को समय पर सुधारने पर भी ध्यान दिया जाये। वीसी में कलेक्टर्स ने बताया कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में बनी लाड़ली बहना सेनाओं की जानकारी पोर्टल पर अपलोड की जा चुकी है। लाड़ली बहना सेना की सदस्यों को प्रशिक्षण की पहल की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विधायकों और सांसदों सहित अन्य जन-प्रतिनिधियों को लाड़ली बहना की सदस्यों से संवाद स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। आगामी 25 जुलाई से लाड़ली बहना योजना में नए रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। नई पात्र बहनों को सितम्बर माह से योजना की राशि मिलने लगेगी। बैठक में विधायक श्री रामपाल सिंह, वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे .