- शक्ति की आराधना के पर्व में प्रचंड बूथ विजय की प्रतिज्ञा लेंगे पार्टी कार्यकर्ता।
- 17, 18, 19 अक्टूबर को प्रदेश के हर शक्ति केंद्र पर आयोजित किए जाएंगे शक्ति सम्मेलन।
- मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, राष्ट्रीय व प्रदेश पदाधिकारियों के साथ पूरा पार्टी नेतृत्व करेगा सहभागिता।
- कांग्रेस के 144 उम्मीदवारों में से 54 नेता दागदार, 14 पर गंभीर और 38 पर आपराधिक मामले।
भोपाल, दिनांक 16/10/2023। शक्ति उपासना के पर्व नवरात्रि की अवधि में शक्ति अधिष्ठात्री के साथ-साथ लोकतंत्र के अमृतकाल के अनुष्ठान के लिए पूरे प्रदेश में आगामी 17, 18 और 19 अक्टूबर को भारतीय जनता पार्टी प्रदेश में शक्ति सम्मेलन आयोजित करेगी। हर बूथ पर पार्टी नेतृत्व की उपस्थिति में कार्यकर्ता प्रचंड बूथ विजय की प्रतिज्ञा लेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने सोमवार को प्रदेश मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार-वार्ता में यह ऐलान किया। श्री शर्मा ने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जिन 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की है, उनमें से 54 नेता दागदार हैं और इस सूची से कांग्रेस ने साबित कर दिया है कि वह भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी है।*1093 मंडलों में दोपहर 12 बजे से शुरू होंगे सम्मेलन : प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश के 1093 मंडलों में 17 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से एक साथ इन समम्मेलनों की शुरुआत होगी।
सभी 12 हजार शक्ति केंद्रों पर होने वाले इन सम्मेलनों में पार्टी का पूरा नेतृत्व, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री गण, राष्ट्रीय एवं प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। साथ ही शक्ति केंद्र की टोली, बीएलए, बूथ समिति, पन्ना प्रमुख, पन्ना समिति के सदस्य, अर्ध पन्ना प्रमुख सहित बूथ का हर कार्यकर्ता इन सम्मेलनों में उपस्थित रहेंगे। श्री शर्मा ने बताया कि इन सम्मेलनों में कार्यकर्ताओं को ‘सम्पदा’ (सम्मान, पहचान, दायित्व) कार्ड भी वितरित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों के दौरान कार्यकर्ता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं गृहमंत्री श्री अमित शाह जी की मंशा के अनुरूप प्रत्येक बूथ पर 51 प्रतिशत वोट हासिल करने की रणनीति और माइक्रो मैनेजमेंट प्लान बनाएंगे। इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ता प्रत्येक बूथ पर विजय की प्रतिज्ञा लेंगे।
गरीब कल्याण और विकास, नेतृत्व के प्रति विश्वास को लेकर मैदान में उतरेंगे कार्यकर्ता : प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक केडरबेस संगठन है और कार्यकर्ताओं की मेहनत ने दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाया है। उन्होंने कहा कि बीते दो सालों में मध्यप्रदेश में संगठन के सुदृढ़ीकरण और बूथ सशक्तीकरण के लिए सभी 64523 बूथों पर अभियान चलाए गए। इसके साथ ही संगठन में आधुनिक तकनीक समावेश की दृष्टि से बूथों के डिजिटाइजेशन का काम भी किया गया और कार्यकर्ताओं ने बूथ विजय का संकल्प भी लिया।
अब मां दुर्गा का आशीर्वाद लेकर पार्टी कार्यकर्ता एक बार फिर मैदान में उतरने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2023 का चुनाव हर बूथ पर लड़ा जाएगा। पार्टी कार्यकर्ता ’’सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’’ के मंत्र को नीचे तक पहुंचाने के संकल्प के साथ मैदान में उतरेंगे। पार्टी कार्यकर्ता मध्यप्रदेश को देश का नं.-1 राज्य बनाने, कांग्रेस के भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण की राजनीति से देश-प्रदेश को सुरक्षित रखने तथा झूठ, छल, कपट की राजनीति को जवाब देने के लिए इन सम्मेलनों में रणनीति तैयार करेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति जनता के अटूट विश्वास और केंद्र तथा राज्य सरकारों की जीवन बदलने वाली योजनाएं उनकी ताकत होंगी।
*कांग्रेस ने साबित किया वो भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी : प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने 144 उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसमें से 54 नेता दागदार हैं। इनमें ऐसे-ऐसे अपराधी शामिल हैं, जिन पर माता-बहनों के उत्पीड़न, छेड़छाड़, दुष्कर्म और भ्रष्टाचार से लेकर कई तरह के गंभीर आरोप हैं।
कांग्रेस ने अपने नेताओं के भांजे-भांजी, भाई-भतीजे तथा समधियों को भी टिकट दिये हैं। कांग्रेस ने अपनी इस सूची से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के इस कथन को सही साबित कर दिया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार, परिवारवाद और अपराधीकरण की गारंटी हैं। श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने छिंदवाड़ा जिले की एक भी सीट डिक्लेयर नहीं की है। इससे लगता है कि या तो जिले के कांग्रेस विधायक नकारा हैं, या जनता कांग्रेस से नाराज है, या फिर कांग्रेस हार के डर से फैसला नहीं कर पा रही है।
श्री शर्मा ने कहा कि टिकट वितरण के बाद जिस तरह से दिग्विजय सिंह ने इस्तीफे का नाटक किया और आरोप एक भाजपा कार्यकर्ता पर लगाया है, सुर्खियों में बने रहने के लिए मि. बंटाढार इसी तरह की हथकंडेबाजी पहले भी करते रहे हैं और यही कांग्रेस के नेताओं का मूल चरित्र है, लेकिन इन्हें जवाब देने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता मैदान में तैयार हैं I