वर्ष 2019-20 में पंजीकृत हितग्राहियों की संख्या 1625 थी, इनके लिए आवासों का निर्माण लगभग 60 करोड़ रुपये खर्च करके करवाया गया था। वहीं वर्ष 2020-21 में पंजीकृत हितगाहियों की संख्या 1817 थी, आवासों का निर्माण लगभग 80 करोड़ खर्च करके करवाया गया था।
जबकि 2021-22 में 2650 हितग्राही पंजीकृत थे, इनके लिए आवासों का निर्माण लगभग 205 करोड़ खर्च करके करवाया गया था।
भोपाल द्वारा आवास परियोजनाओं के कार्यों हेतु अभी तक किसी भी वित्तीय संस्था से ऋण नहीं लिया गया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में निगम ने हिनोतिया आलम सनखेड़ी में 14 करोड़ की लागत से लगभग 190 हितग्राहियों को आवास आवंटन कर गृह प्रवेश करवाया है।
बागमुगलिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 200 करोड़ रुपए की अधिक लागत से MIG / LIG साइज के फ्लैट बनाए हैं। लेकिन इमारत का प्लास्टर उखड़कर गिरने लगा है। इस संबंध में नगर निगम में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद आवंटियों ने नगर निगम अधिकारियों से मिले और अपनी समस्या बताई। यहां लोगों ने 20 लाख रुपए और 25 लाख रुपये में फ्लैट खरीदे हैं। साइज के अनुसार रेट अलग-अलग हैं। लेकिन यहां तो तीन – दो साल होने पर भी निर्माण पूरा नहीं हुआ।
आपको बता देें कि हाउसिंग फॉर ऑल के तहत भोपाल का ये चौथा प्रोजेक्ट है।
20-25 लाख में खरीदे हैं फ्लैट, जो बातें बताईं गईं, वो भी पूरी नहीं की, एंट्री गेट तक नहीं बना I
वर्तमान में 9 स्थानों पर एचएफए और पीएम आवास का निर्माण किया जा रहा है।

भोपाल में HFA के अंतर्गत चार साल से 3,500 लोग अपने मकान में शिफ्ट होने का इंतजार कर रहे हैं

सबसे पहले HFA प्रोजेक्ट की शुरुआत भानपुर और कोकता से हुई थी। इसके साथ ही 12 नंबर स्टॉप, बागमुगालिया, गंगा नगर, हिनोतिया आलम, मालीखेड़ी, रासलाखेड़ी, आलम नगर में भी आवासीय योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है।

PM आवास योजना की हालत खराब घर मिल नहीं रहा…..परिसर में पेड़ पौधा लगाकर मन बहला रहे हितग्राही……
भोपाल: आई सदाबहार फिल्म घरौंदा का एक गाना है- एक अकेला इस शहर में रात में और दोपहर में आबोदाना ढूंढता है, आशियाना ढूंढता है…इसमें नायक एक अदद मकान की तलाश में परेशान दिखता है I कुछ ऐसी ही हालत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र हितग्राहियों की भी है. वैसे तो शहर में चार बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं लेकिन पिछले 3 -4 साल से मकान लेने के लिए लोग नगर निगम के चक्कर काट के थक चुके हैं I हद ये है कि सरकार का कोई नुमाइंदा कोई भी पुख्ता जवाब देने को तैयार नहीं है और इस लेटलतीफी की वजह से खरीदार किराया भी भर रहे हैं और किश्त भी चुका रहे हैं I एक ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार जिन हितग्राहियों ने पूरा पैसा जमा कर दिया है वो अब वहां सिर्फ पेड़ पौधा लगाकर पंछियों के लिए छाव कर रहे है मन बहला रहे है I परंतु खुद अभी तक घर के इन्तेज़ार में है I
किश्त और किराया दोनों भर रहे हैं.
एक हितग्राही का कहना है कि उनके पास पैसे नहीं थे इसलिए लोन लिया था लेकिन अब 3 साल से पजेशन का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कई जगहों पर फरियाद लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. परेशानी ये है कि मकान खरीदने वालों को कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी पर भी संदेह है I पिछ्ले रविवार को हुई साइट पर मीटिंग के मुताबिक हितग्राही किराए के मकान में रहने को मजबूर है और अपने मकान का सपना लेकर उन्होंने घर बुक तो किया था. इसके लिए उन्होंने लोन भी लिया. तीन साल हो गए लेकिन पजेशन आज तक नहीं मिला. उन्होंने कंस्ट्रक्शन का जायजा लिया तो पाया कि वो भी अब खराब होने लगा है. इस पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है l बिल्डिंग खराब होने लगी है I

भोपाल में प्रधानमंत्री आवासों के लिए तीन वर्षों में 6072 मकान बनाए गए हैं।
वर्ष 2019-20 में पंजीकृत हितग्राहियों की संख्या 1625 थी, इनके लिए आवासों का निर्माण लगभग 60 करोड़ रुपये खर्च करके करवाया गया था। वहीं वर्ष 2020-21 में पंजीकृत हितगाहियों की संख्या 1817 थी, आवासों का निर्माण लगभग 80 करोड़ खर्च करके करवाया गया था।
जबकि 2021-22 में 2650 हितग्राही पंजीकृत थे, इनके लिए आवासों का निर्माण लगभग 205 करोड़ खर्च करके करवाया गया था।
भोपाल द्वारा आवास परियोजनाओं के कार्यों हेतु अभी तक किसी भी वित्तीय संस्था से ऋण नहीं लिया गया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में निगम ने हिनोतिया आलम सनखेड़ी में 14 करोड़ की लागत से लगभग 190 हितग्राहियों को आवास आवंटन कर गृह प्रवेश करवाया है।
बागमुगलिया में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 200 करोड़ रुपए की अधिक लागत से MIG / LIG साइज के फ्लैट बनाए हैं। लेकिन इमारत का प्लास्टर उखड़कर गिरने लगा है। इस संबंध में नगर निगम में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद आवंटियों ने नगर निगम अधिकारियों से मिले और अपनी समस्या बताई। यहां लोगों ने 20 लाख रुपए और 25 लाख रुपये में फ्लैट खरीदे हैं। साइज के अनुसार रेट अलग-अलग हैं। लेकिन यहां तो तीन – दो साल होने पर भी निर्माण पूरा नहीं हुआ।
आपको बता देें कि हाउसिंग फॉर ऑल के तहत भोपाल का ये चौथा प्रोजेक्ट है।
20-25 लाख में खरीदे हैं फ्लैट, जो बातें बताईं गईं, वो भी पूरी नहीं की, एंट्री गेट तक नहीं बना I
वर्तमान में 9 स्थानों पर एचएफए और पीएम आवास का निर्माण किया जा रहा है।

भोपाल में HFA के अंतर्गत चार साल से 3,500 लोग अपने मकान में शिफ्ट होने का इंतजार कर रहे हैं

सबसे पहले HFA प्रोजेक्ट की शुरुआत भानपुर और कोकता से हुई थी। इसके साथ ही 12 नंबर स्टॉप, बागमुगालिया, गंगा नगर, हिनोतिया आलम, मालीखेड़ी, रासलाखेड़ी, आलम नगर में भी आवासीय योजनाओं का निर्माण किया जा रहा है।