युवाओं ने नाटकों के जरिए समाज को संदेश दिए। साइंस कॉलेज मैदान में चल रहे युवा महोत्सव में आज एकांकी विधा के माध्यम से युवाओं ने समाजिक कुरीतियों पर कटाक्ष किया, वहीं समाज में फैली बुराईयों को दूर करने संदेश दिया। युवाओं ने अभिनय से कहानी को जीवंत करने का प्रयास किया।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रेक्षागृह में विभिन्न जिलों से आए युवा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। इनमें धमतरी जिले के युवा कलाकारों ने मदिरा और ऐशों-आराम में डुबे हुए हस्तिनापुर के राजा के जीवन को नाटक के माध्यम से प्र्रस्तुत किया। इस नाटक में आत्मिक उन्नति व सात्विक जीवन अपनाते हुए मानसिक शांति पाने का संदेश दिया गया। वहीं जशपुर के कलाकारांे ने छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी के महत्व को नाटक के माध्यम से बताया। कलाकारों ने किसानों की आर्थिक उन्नति व जैविक खेती की ओर ध्यान आकृष्ट किया। इसी प्रकार कांकेर जिला के कलाकारों ने प्राकृतिक संसाधनों को सहेजने और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक के उपयोग को रोकने तथा जन्म दिन जैसे अन्य अवसरों पर पेड़ लगाने का संदेश दिया। दुर्ग जिले के युवाओं ने प्रस्तुति में सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग की ओर ध्यान खींचा। खेती-किसानी में मोबाईल और कम्प्यूटर के उपयोग का महत्व बताया।