केनाबांध अंबिकापुर निवासी कपड़ा व्यवसायी अमित कुमार पांडे, चार लाख रुपए लोन लेने के चक्कर में 50 हजार रुपए गंवा बैठा। उसे लोन तो नहीं मिला लेकिन 77 सौ रुपए और देने के लिए ठग द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था, ताकि स्वीकृत किए गए लोन को उसके खाते में स्थानांतरित किया जा सके। इसकी जानकारी वह कोतवाली पुलिस को दिया है, जिस पर पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध अपराध दर्ज कर लिया है।

ऑनलाईन ठगी की जानकारी देते हुए अमित कुमार पांडेय पिता विनय पांडेय ने पुलिस को बताया कि नौ जनवरी 2020 को उनके मोबाइल पर मोबाईल नंबर 78279 82202 से एक मैसेज लोन देने के संबंध में आया था, जिसमें मोबाइल नंबर 85039 39627 व 85039 39186 पर संपर्क करने के लिए लिखा गया था। जब अमित ने मोबाइल नंबर 88394 64945 पर संपर्क किया तो मोबाइल रिसीव करने वाले ने स्वयं को एसबीआई चंडीगढ माइक्रोफाइनेंस का अधिकारी होना बताया और कहा कि उनका लोन सामान्य प्रोसेस को पूरा करने के बाद स्वीकृत हो जाएगा। उक्त व्यक्ति लोन मिलने का विश्वास दिलाकर खाता क्रमांक 38535157769 पर प्रोसेसिंग फीस 26 सौ रुपये जमा करने के लिए कहा। उपरोक्त खाते में वह नौ जनवरी को 26 सौ रुपये जमा कर दिया। इसके बाद उपरोक्त व्यक्ति अलग-अलग प्रोसेस के नाम पर 13 जनवरी को 20 हजार रुपए, दो हजार रुपए, पांच हजार रुपए तथा खाता क्रमांक 20458166217 में 20 हजार रुपए जमा करा लिया। रुपये जमा होने के बाद लोन के विषय में पूछने पर वह 77 सौ रुपये और जमा करने के लिए कहा। बार-बार रुपये मांगने पर ठगी का उसे संदेह हुआ और वह रुपए जमा नहीं किया। रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 420 का मामला कायम कर लिया है।