भोपाल. ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने सीएम को एक चिट्ठी लिखी है जिसमें अपनी नाराजगी जाहिर की है. इस चिट्ठी में गोयल ने गरीबों पर कड़ाके की ठंड में बुलडोजर चलाए जाने से लेकर भूमिहीन गरीबों को पट्टे देने के कांग्रेस के वचन की कमलनाथ को याद दिलाई है. इतना ही नहीं मुन्नालाल गोयल ने विधायकों के क्षेत्र में काम ना होने को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की है. उनकी मानें तो ना मुख्यमंत्री और ना ही मंत्रियों के पास विधायकों की समस्या सुनने की फुर्सत है. यही वजह है कि अब मुन्नालाल गोयल विधानसभा की कार्रवाई का बहिष्कार करने के बाद 18 जनवरी को विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठेंगे. उन्हें सिंधिया का करीबी माना जाता है.
ये है पूरा मामला
मुन्नालाल गोयल ने चिट्ठी में लिखा है कि 5 वर्षों तक आप के नेतृत्व में सरकार के साथ खड़े रहेंगे, यह हमारा संकल्प है. हालांकि अपने क्षेत्र की जनता के हितों के लिए विधायक दल का विधायक बनने के बाद अपने क्षेत्र के गरीब भूमिहीन परिवारों के आशियाने के ऊपर कड़कती ठंड में बुलडोजर चलते देख रहा हूं. प्रशासन के अधिकारियों से कांग्रेस कार्यकर्ता का अपमान देख रहा हूं और गरीब भूमिहीन परिवारों को पट्टे देने के सवाल पर सदन के अंदर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव से लेकर पत्र के माध्यम से कई बार आपका ध्यान आकर्षित करा चुका हूं. जबकि प्रदेश सरकार ने अपने वचन पत्र में प्रदेश के गरीब भूमिहीनों को आवास हेतु पट्टा देने का वचन दिया है. फिर वचन का पालन करने में देरी क्यों है. यही नहीं, आपको विधायकों की समस्या सुनने की फुर्सत नहीं है. मुख्यमंत्री के रूप में आप पर काम के बोझ को मैं महसूस करता हूं लेकिन जिस जनता ने मुझे विधायक चुना है उसके हितों को लेकर उनका ध्यान रखना मेरा फर्ज है.