पर्यावरण के लिए प्लास्टिक सबसे ज्यादा नुकसानदायक है और सौंदर्य व सैलून जगत में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों में प्लास्टिक का सहारा लिया जाता है. छत्तीसगढ़ में एक अनोखा सैलून खुला है.

बिलासपुर: पर्यावरण के लिए प्लास्टिक सबसे ज्यादा नुकसानदायक है और सौंदर्य व सैलून जगत में उपयोग किए जाने वाले उत्पादों में प्लास्टिक का सहारा लिया जाता है, मगर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ऐसा ब्यूटी सैलून तैयार किया गया है जो पूरी तरह ईकोफ्रेंडली तो है ही साथ में यहां सौंदर्य प्रसाधन सामग्री भी पर्यावरण प्रेमी है. इसे ‘बैम ब्यूटी सैलून’ के नाम से पहचाना जाता है, जो बांस से बना है और प्रयुक्त होने वाली सामग्री व औजार भी बांस के ही है.

बिलासपुर के नेहरू नगर इलाके में शुरू किया गया यह ‘बैम ब्यूटी सैलून’ सभी के आकर्षण का केंद्र है, क्योंकि यह बांस से तैयार किया गया है. छत्तीसगढ़ के इस पहले इकोफ्रेंडली ब्यूटी सैलून में न सिर्फ आर्गेनिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों का उपयोग जैसे बांस से बने मेकअप ब्रश, बांस से निर्मित सौंदर्य उत्पादों मइस्चराइजर, फेस मास्क आदि का प्रयोग किया जाता है. इनिशिएटिव आफ लाइवलीहुड एंड डेवलपमेंट (आई-लीड) के तहत संचालित यह सैलून नाम के अनुरूप इकोफ्रेंडली है.

महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के लिए कौशल प्रशिक्षण के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास में भी सहायता की जा रही है, ताकि वे खुद को सशक्त बना सकें और दूसरों के लिए रोजगार के अवसर पैदा कर सकें. छत्तीसगढ़ के 10 अलग-अलग जगहों पर ऐसे 10 प्रशिक्षण केंद्र खोले गए हैं. ट्रेनिंग सेंटर से प्रशिक्षित उद्यमियों ने बिलासपुर जिला के अलग-अलग हिस्सों में अपना रोजगार स्थापित किया है.