नई दिल्ली. आम आदमी पार्टी सरकार की ‘मुफ्त योजनाएं’ दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा हैं। झुग्गी बस्तियों में रहने वाले केजरीवाल सरकार से खुश हैं तो कॉलोनी में रहने वाले सख्त नाखुश। सरकार मुफ्त योजनाओं को उपलब्धि बताती है तो विपक्ष वोट बैंक की सियासत कहकर नकार देता है। तह में जाएं तो यह चुनाव कहीं न कहीं गरीब बनाम अमीर भी नजर आता है।
नया स्कूल और मोहल्ला क्लीनिक मिला
मसीह गढ़ बस्ती। यहां निम्न आय वर्ग ही रहता है। हमें नमित कुमार सूरज मिलते हैं। बातचीत का सिलसिला शुरू होता है तो सूरज बताते हैं, “दिल्ली में मुझे 25 साल हो गए। यहां कभी सीसीटीवी कैमरे नहीं थे, लेकिन अब लग गए हैं। स्कूल बिल्डिंग नई बन गई। 2 किलोमीटर दूर पर ही मोहल्ला क्लीनिक है। मुफ्त इलाज मिलता है। और हमें क्या चाहिए? केजरीवाल सरकार फिर आना चाहिए।”
प्राइवेट अस्पताल के पर्चे पर भी दवाई फ्री
प्राइवेट अस्पताल के पर्चे पर भी मोहल्ला क्लीनिक से दवाईयां फ्री मिल जाती हैं। मुफ्त सुविधाएं शुरुआती चार साल तो नहीं मिलीं, लेकिन 6 महीने से जरूर मिल रही हैं।
केजरीवाल सरकार की फ्री स्कीम्स
बिजली : हर महीने 200 यूनिट तक बिजली फ्री। 201 से 400 यूनिट तक 50 फीसदी सब्सिडी।
पानी : हर महीने 20 हजार लीटर तक पानी मुफ्त।
तीर्थयात्रा : हर विधानसभा क्षेत्र से 1100-1100 वरिष्ठ नागरिकों को निशुल्क तीर्थयात्रा।
स्वास्थ्य : मोहल्ला क्लीनिक के जरिए फ्री कंसल्टेशन और दवाइयां। एमआरआई जैसे टेस्ट भी फ्री।
ट्रांसपोर्ट : डीटीसी बसों में महिलाओं के लिए यात्रा अब मुफ्त।