दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ में सोमवार को पंचायत चुनाव के तीसरे चरण का मतदान हो रहा है। इसमें दंतेवाड़ा जिले के नक्सल प्रभावित 10 गांवों में राज्य बनने के बाद पहली बार मतदान हो रहा है। यह गांव  कुआकोंडा ब्लॉक में हैं। घने जंगल और नक्सल प्रभावित होने के चलते इन गांवों में पहले बूथ ही नहीं बनाया जाता था। बल्कि इन गांव से 10 से 15 किमी दूर बूथ बनाया जाता था। तीसरे चरण में राज्य के 27 जिलों के 53 विकासखंडों में वोटिंग हो रही है। कुआकोंडा ब्लॉक स्थिल पोटाली में तीन गांव अरबे, पोटाली और मड़कामीरास में पहली बार बूथ बनाया गया है। इससे पहले 10 से 15 किमी दूर अरनपुर और समेली में बूथ बनते थे, जहां ग्रामीण नहीं पहुंचते थे। ऐसे में इन गांवों में मतदान प्रतिशत शून्य ही रहता था।

कुआकोंडा ब्लॉक से सबसे ज़्यादा 14 पोलिंग बूथों को शिफ्ट किया गया है। इसमें हिरोली के दो, कुटरेम का एक व गुमियापाल के 3 पोलिंग बूथों को मड़कामीरास में, जबेली के दो, रेवाली के दो बूथों को अरबे में, नीलावाया को पोटाली, तनेली, नहाड़ी, ककाड़ी, मुलेर को अरनपुर में शिफ्ट किया गया है। अरबे को पहली बार ग्राम पंचायत बनाया गया है। इससे पहले यह नीलावाया का आश्रित गांव था। जिन गांवों में पहली बार मतदान हो रहा है उसमें नीलावाया, बुरगुम, पोटाली, अरबे, मड़कामीरास, हिरोली, रेवाली, बर्रेम, नहाड़ी, जबेली शामिल हैं।