रायपुर – नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया राजधानी रायपुर के व्ही.आई.पी. रोड स्थित एक निजी हॉटल में आयोजित इंडिया सी.एस.आर. 2020 सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि औद्योगिक प्रगति, उद्योगों में काम करने वाले लोगों की प्रगति और प्रदेश एवं देश के विकास में कार्पोरेट जगत की हमेशा से ही भागीदारी रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ-साथ उद्योग जगत से जुड़े लोगों को सी.एस.आर. मद से शिक्षा, स्वास्थ्य सहित नारी सशक्तीकरण और शिशु-मातृ मृत्यु दर के नियंत्रण में भी कार्य करने की जरुरत है।
डॉ. डहरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार उद्योंगो और उद्योग में काम करने वाले लोगों के साथ-साथ प्रदेश के समुचित विकास के लिए नई औद्योगिक नीति बनायी गई है। इस नई उद्योग नीति से जहां उद्योगों को राहत मिलेगी वहीं नये उद्योग स्थापित करने के लिए एक रास्ता भी खुलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बड़े उद्योगों के साथ-साथ छोटे उद्यमियों को भी किस तरह लाभ मिले इसे ध्यान में रखकर नई उद्योग नीति बनायी है। डॉ. डहरिया ने बताया कि उद्योग जगत को राहत देने के लिए प्रदेश सरकार लीज की जमीन को फ्री होल्ड (मालिकाना हक) देने की योजना बनायी है। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों का भी उत्तरदायित्व होनी चाहिए कि छोटे उद्यमी भी आगे बढ़ सके। कार्यक्रम को नगर पालिक निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर रायपुर विधायक श्री कुलदीप जुनेजा सहित इंडिया सी.एस.आर. के प्रतिनिधि श्री रुनेश कुमार, श्री कमल यादव, श्री दयानंद अवस्थी सहित विभिन्न राज्यों के उद्योग जगत से जुड़े लोग उपस्थित थे।
पंचायत प्रतिनिधियों ने की सौजन्य मुलाकात
रायपुर – नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया यहां उनके निवास कार्यालय में आरंग विकासखण्ड ग्राम पंचायत, फरफौद से नवनिर्वाचित सरपंच श्री मनीराम आडिल के नेतृत्व में पंचायत प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सौजन्य मुलाकात की। मंत्री डॉ. डहरिया ने नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने जनादेश देकर आप पर विश्वास जताया है, अब उनके विश्वास पर खरा उतरने आपकी बारी है। डॉ. डहरिया ने ग्राम पंचायत फरफौद के संपूर्ण विकास के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस मौके पर पंचगण-श्री राम अवतार साहू, श्री मोहनलाल साहू सहित सर्वश्री संतोष चन्द्राकर, हरिगोपाल चन्द्राकर, लक्ष्मण साहू, रुपराम साहू, गौतम चन्द्राकर, राधेश्याम चन्द्राकर एवं अन्य ग्रामीणजन शामिल थे।