वन विभाग की इंदौर टी.एस.एफ. टीम ने वन्य प्राणियों के अंगों की तस्करी मामले में पिछले 15-16 महीने से फरार चल रहे आरोपी महेश राठी को गिरफ्तार कर इंदौर न्यायालय में पेश कर दिया है। इंदौर निवासी राठी को एक मार्च को गिरफ्तार किया गया। यह तस्कर इंदौर वन क्षेत्र प्रकरण में भी पिछले एक साल से आरोपी है। न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

महेश राठी और गिरोह मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के जंगलों से बाघ, तेन्दुआ, हिरण, भालू, दो मुँहा साँप, कछुआ आदि का शिकार और खरीद फरोख्त कर अन्तर्राज्यीय बाजार में ऊँचे दामों पर बेचा करता था। कारोबार के लिये यह गिरोह कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था। जैसे दो मुँहा साँप के लिये रस्सी, खाल के लिये कपड़ा आदि का प्रयोग किया जाता था।

प्रकरण में पूर्व में दुर्लभ प्रजाति के तेन्दूआ की खाल पंजे, नाखून, विलुप्त प्राय: वन्य-प्राणी काले हिरण के सींग, सेही के काटे और अन्य दुर्लभ वन्य प्राणियों के हड्डियों के टुकड़े और दो मोटर साइकिल के साथ पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पाँचों आरोपी बड़वानी जिले के ग्राम गवाड़ी निवासी शिवा, जिला खरगोन के ग्राम बिजलवाड़ा निवासी धन्नालाल, सेंधवा निवासी बलदेव, देवास निवासी शकीर खान, इंदौर निवासी गफ्फार उर्फ भय्यू को न्यायालय में पेश किया जा चुका है।