सूरजपुर जिले के जनपद पंचायत रामानुजनगर से 10 किमी दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत कृष्णपुर में राज्य शासन के महात्वाकांक्षी योजना ‘‘छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा गरूवा, घुरूवा अऊ बाड़ी‘‘ अन्तर्गत जिला प्रशासन के मार्गदर्शन मे ग्राम पंचायत कृष्णपुर में माॅडल गौठान वित्तीय वर्ष 2018-19 में स्वीकृत किया गया था। जिसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति एवं अन्य पिछड़ा क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा प्रशासकीय स्वीकृति राशि प्राप्त हुई थी।
ग्राम पंचायत कृष्णपुर के माॅडल गौठान में गौठान निर्माण के साथ-साथ चारागाह विकास, बाड़ी विकास, वर्मी कम्पोस्ट, खाद, नाडेप खाद एवं महिला ग्राम संगठन द्वारा गोबर से गमलों का निर्माण किया जा रहा है। गौठान निर्माण का कार्य लगभग 05 एकड़ भूमि पर किया गया है। चारागाह के रूप में नेपियर घास एवं वर्सीम घास लगभग 10 एकड़ में लगाया गया है जिससे पशुओं को हरा चारा उपलब्ध हो रहा है। जैविक खाद के रूप में तैयार वर्मी कम्पोस्ट एवं नाडेप खाद में कुल 15 बेड लगाये गये हैं जिसका देख-रेख गंगा महिला स्व-सहायता समूह के द्वारा किया जा रहा है उक्त वर्मी कम्पोस्ट खाद को बेचने से प्राप्त होने वाली राशि का सीधा लाभ स्व-सहायता समूह के महिलाओं एवं ग्राम गौठान समिति को हो रहा है। साथ ही उद्यान विभाग के सहयोग से हरी सब्जी, गेंहू एवं ग्रेडुलस फूल की खेती वृहद रूप से किया गया है।
आज से लगभग वर्ष भर पूर्व जिस स्थान पर एक भी पशु नहीं आते थे और न ही कृषि योग्य भूमि थी जिसमें राज्य शासन की योजना से आज गौठान से उपलब्ध होने वाले जैविक खाद का उपयोग कर खेती एवं चारा उत्पादन योग्य भूमि विकसीत किया गया है। गौठान एवं चारागाह निर्मित हो जाने से अत्यन्त मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहा है। इस क्षेत्र में ग्रेडुलस फुल कि खेती इससे पूर्व नहीं किया जाता था फुल कि खेती करने से गौठान का दृश्य फूलों के उद्यान जैसा प्रतित होता है जिसे देखने हेतु राहगीर खीचे चले आते हैं। आज कृष्णपुर का गौठान यहाॅ के लिए किसी पर्यटन स्थल से कम नहीं है आये दिन लोगों की चहल गौठान में होते रहती हैं। जिला प्रशासन द्वारा गौठानों में नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है जो निरंतर गौठानों का निरीक्षण कर जायजा लेते रहते हैं।
जिला प्रशासन के सहयोग से महिला ग्राम संगठन को गोबर से गमला निर्माण करने हेतु मशीन उपलब्ध कराया गया है जिसका उपयोग कर संगठन की महिलाएं गौठान में उपलब्ध गोबर से गमलों का निर्माण कर रहे है। गौठान भूमि के अंदर ही गोबरधन योजनान्तर्गत गोबर गैस संयत्र स्थापित किया गया है जिससे गौठान के आस-पास के 15 से 20 परिवारों को निःशुल्क गोबर गैस प्राप्त हो रहा है गौठान भूमि के अंदर ही 50 से 60 आम के पेड़ पूर्व से ही लगाये गये हैं जिसका संरक्षण पूर्व में नहीं हो पा रहा था गौठान निर्मित कर फेंसिंग कर देने से ग्राम पंचायत को आम के फसल से भी लाखो का लाभ होगा।