मध्य प्रदेश में उभरे सियासी संकट के बीच कमलनाथ सरकार द्वारा नाराज विधायकों को मनाने की कोशिशें जारी है। मध्य प्रदेश के मंत्रियों द्वारा विधायकों को भाजपा के कब्जे से छुड़ाकर लाने वाले बयान पर बसपा विधायक संजीव कुशवाह ने कहा कि ये बयानबाजी गलत हैं। अगर वे हमें छुड़ाकर लाए हैं तो अपने कांग्रेसी विधायकों को क्यों नहीं छुड़ा पाए। मायावती जी ने कांग्रेस सरकार का समर्थन करने के लिए कहा था, इसी बात पर हम कायम हैं। हमें कुछ नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर हमें सरकार के साथ नहीं रहना होता तो हम पहले ही उन्हें छोड़ देते। मंत्री बस अपने नंबर बढ़वाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। बुधवार को चार विधायक दिल्ली से भोपाल लौट आए, लेकिन तीन विधायक अब भी गायब बताए जा रहे हैं। सुवासरा से विधायक हरदीप सिंह डंग का मोबाइल आज भी बंद रहा, परिवार के साथ भी उनका कोई संपर्क नहीं है। माना जा रहा है कि ये सभी बेंगलुरु में हैं। इसके बाद प्रदेश का यह सियासी संकट अब हरियाणा के गुरुग्राम से कर्नाटक के बेंगलुरु शिफ्ट हो गया है। जो तीन विधायक गायब हैं उनके नाम बिसाहू लाल सिंह, हरदीप सिंह डंग और रघुराज सिंह कंसाना है। चार विधायकों के वापस लौटने से कांग्रेस को थोड़ी राहत मिली है, लेकिन ये सियासी संकट अभी टला नहीं है। उधर कांग्रेस और भाजपा नेताओं के बीच एक दूसरे पर आरोपों के तीर भी चल रहे हैं। दिग्विजय‍ सिंह ने पांच भाजपा नेताओं के नाम ट्वीट कर विपक्षी विधायकों को खरीदने की कोशिश करने का आरोप लगाया है।