रायपुर – छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए आगामी आदेश तक शालाओं को बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। संचालक लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग, गरियाबंद, सूरजपुर, कोरिया, बस्तर और कबीरधाम को फ्लेक्सी मद और मुख्यमंत्री अमृत योजना अंतर्गत शालाओं में सुगंधित सोया दूध को मध्यान्ह भोजन अंतर्गत स्कूलों में वितरित होने वाले 40 दिन के सूखा चावल और दाल वितरण के साथ ही प्रदाय करने के निर्देश दिए है।
संबंधित अधिकारियों को जारी निर्देश में कहा गया है कि जिले में फ्लेक्सी मद और मुख्यमंत्री अमृत योजना अंतर्गत शालाओं में सुगंधित सोया दूध बच्चों के वितरण के लिए छत्तीसगढ़ बीज एवं कृषि विकास निगम के माध्यम से भण्डारित किया गया है। सुगंधित सोया दूध का वितरण भी अपने क्षेत्र के स्कूलों में किया जाना है। इस संबंध में जारी निर्देश में कहा गया है कि जिले में बीज निगम द्वारा भंडारित दूध के सभी पैकेट चाहें वह शालाओं में भंडारित हो अथवा संकुल स्तर पर सभी का वितरण किया जाना है। सुगंधित सोया दूध वितरण अत्यंत सावधानी के साथ किया जाए। वितरण के संबंध में जिन सावधानियों के निर्देश पूर्व में दिए गए है, उनका कड़ाई से पालन किया जाए। यदि दूध के पैकेट का वितरण सीधे पालकों या बच्चों में किया जाना असुरक्षित हो तो इसे स्वास्थ्य विभाग के स्थानीय मितानिन एवं प्रधान पालक के सहयोग से घर-घर जाकर बच्चों को पिलाया जाना उचित होगा। घर-घर जाकर दूध पिलाने की स्थिति में बच्चों को सप्ताह में दो या एक दिन के स्थान पर सप्ताह के प्रत्येक दिन एक निर्धारित समय में दूध पिलाया जा सकता है। दूध पिलाने के बाद संधारण पंजी मंें इसका उल्लेख पूर्व की भांति किया जाए। जिला प्रशासन अपनी सुविधा अनुसार इस दूध के सुरक्षित वितरण के संबंध में पृथक योजना बना सकती है।लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा इसी प्रकार फ्लेक्सी मद अंतर्गत पेन्ड्रा विकासखण्ड और कोरिया जिले के खड़गवा विकासखण्ड में नवाचार के रूप में बच्चों को सुबह का नाश्ता की समस्त सामग्री के वितरण के लिए संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश जारी किए हैं।