भोपाल। ज्यतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फिर से मुख्यमंत्री बनने से भाजपा विधायकों में मंत्री पदों को लेकर जोड़ तोड़ और चुनौती शुरू हो गई है। सूत्रों के मुताबिक शिवराज सिंह ने लॉक डाउन खत्म होने यानी 15 अप्रैल के बाद मंत्रिमंडल गठन के संकेत से दिए है। मंत्रिमंडल में 24 से 26 मंत्री बनाए जा सकत है।
नरोत्तम ने की मुलाकात शिवराज से ।
सूत्रों से पता चला है कि कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री और कांग्रेस की सत्ता पलट करवाने में भूमिका निभाने वाले नरोत्तम मिश्रा ने शिवराज सिंह से उनके 74 बंगले पर मुलाकात कुछ दिन पहले की थी । माना जा रहा है ये सब मंत्रिमंडल गठन को लेकर था साथ ही सिंधिया समर्थकों को लेकर भी चर्चा हुई।
सिंधिया समर्थको की ज्यादा चिंता।
22 विधायक जिनकी वजह से कांग्रेस कमजोर हुई और जिन्होंने इस्तीफा देकर सिंधिया को अपना नेता माना साथ ही भाजपा का दामन थामा ऐसे में इन पूर्व विधायकों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। भाजपा के विधायकों को भी महत्व देना जरूरी है। जो पूर्व में कैबिनेट मंत्री थे।ऐसे में सिंधिया पक्ष से 10 से 12 मंत्री तय माने जा रहे है। जिसमें तुलसी सिलावट सांवेर इंदौर से, गोविंद सिंह राजपूत सागर से परन्तु सागर से ही गोपाल भार्गव एव भूपेंद्र सिंह की भी दावेदारी है।
- मुरैना से एदल सिंह कंसाना का नाम मंत्री पद के लिए तय माना जा रहा है परन्तु रघुराज सिंह भी सक्रिय है।
- महेंद्र सिंह सिसोदिया गुना क्षेत्र से मंत्री पद के लिए तय है। भाजपा के गोपीलाल जाटव सक्रिय है।
- ग्वालियर के प्रदुम्न सिंह प्रस्तावित वहीं शिवपुरी से यशोधरा तो अटेर से अरविंद सिंह भाजपा उम्मीदवार सक्रिय है।
- इमरती देवी डबरा से उम्मीदवार है तो वहीं नरोत्तम मिश्रा प्रबल है भाजपा उम्मीदवार है।
जौरा आगर मालवा उपचुनाव की तारीख बढ़ेगी। जून में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तरीख आगे बढ सकती है। चुनाव आयोग इस पर विचार कर सकता है।
वहीं खाली हुई 22 विधानसभा की सीटो पर उपचुनाव 20 सितंबर तक कराए जाना है।