लॉक डाउन में उत्पन्न परिस्थितियों के कारण उत्तरप्रदेश में  छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के 15 मजदूरों के फंसे होने की सूचना। मिलने पर राज्य शासन द्वारा उनके लिए तत्काल रहने आदि की व्यवस्था कर दी गयी है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश भघेल के निर्देशन में देश के अन्य राजो में फंसे श्रमिको की व्यवस्था सुनिशित करने के लिए श्रम विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा को नोडल अधिकारी  नियुक्त कर संबंधित राज्यो के प्रशासनिक अधिकारियो से समन्वय कर  ऐसे लोगो की सतत निगरानी की जा रही है। श्रम विभाग के अधिकारियों ने आज यंहा बताया कि उत्तर प्रदेश में छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के 15 श्रमिको की जानकारी मिलने के बाद उत्तर प्रदेश शासन के माध्यम से फंसे श्रमिको को तत्काल राहत के लिए 15 किलोग्राम आटा, 10 किलोग्राम चावल,  2 लीटर तेल, 5 किलोग्राम दाल तथा अन्य आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की गई है। जरूरत के मुताबिक और अन्य व्यवस्था उत्तरप्रदेश शासन के जरिये करवाई जाएगी। श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा सतत निगरानी की जा रही है। अधिकारियो ने बताया कि फंसे श्रमिको  के श्री लक्ष्मीकांत से दूरभाष से समन्वय करने पर बताया कि सभी श्रमिक सुरक्षित हैं ।उत्तर प्रदेश  प्रशासन द्वारा उन्हें सभी आवश्यक सामग्री तात्कालिक व्यवस्था के रूप में की गई है।जरूरत के हिसाब से और राशन तथा अन्य सामग्री प्रदान की जाएगी।

प्रदेश में 6 अप्रैल को प्रदेश के सभी 28 जिलों में लगभग तीन लाख 31 हजार लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन उपलब्ध कराने के साथ ही एक लाख  लाख 85 हजार लोगों को आवश्यक मदद एवं मास्क आदि का वितरण किया गया है। राज्य शासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से रायपुर जिले में 16 हजार 677 लोगों को निःशुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 10,657, राजनांदगांव में 15,217, रायगढ़ में एक हजार 669, बस्तर में 27 हजार 336, कांकेर में 33 हजार 378, बीजापुर में 13 जशपुर में एक हजार 90, कोरिया में 21 हजार 372, सूरजपुर में तीन हजार 356, बालोद में दो हजार 652, कबीरधाम में 974, बलौदाबाजार में सात हजार 389, धमतरी में दो हजार 130, दुर्ग में एक लाख 08 हजार 362, महासमुंद में 831, बलरामपुर में पांच हजार 485, कोरबा में सात हजार 646, सरगुजा में दो हजार 261, जांजगीर-चांपा में एक हजार 636, बिलासपुर में छह हजार 90,  कोण्डागांव में दो हजार 82, दंतेवाड़ा में 24 हजार 287, बेमेतरा में 75, गरियाबंद में 14 हजार 318, नारायणपुर में 859, मुंगेली में 11 हजार 672, तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में एक हजार 231 जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध करायी गई हैं।