कोरोना लॉकडाउन के कारण संकट की इस घड़ी में सरकार द्वारा लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी और नगद भुगतान की प्रक्रिया से संग्राहकों को बड़ी राहत मिलने लगी है। साथ ही इससे वनोपजों के संग्राहकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ गए हैं। यह कहना है रायगढ़ जिले के अंतर्गत वनांचल के ग्रामीण वनवासियों का। इनके द्वारा वनोपजों के संग्रहण के दौरान कोरोना से बचाव के लिए निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। रायगढ़ जिले में अब तक कुल 804.91 क्विंटल वनोपज की खरीदी कर संग्रहकों को 10 लाख 18 हजार 176 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। जिसमें 2 जिला यूनियनों के अंतर्गत रायगढ़ जिला यूनियन में कुल 540.30 क्विंटल वनोपज की खरीदी की जा चुकी है। जिसके लिए 6 लाख 99 हजार 247 रुपये का भुगतान संग्राहकों को कर दिया गया है। इसी तरह धरमजयगढ़ जिला यूनियन अंतर्गत कुल 264.61 क्विंटल वनोपज की खरीदी की जा चुकी है। जिसके लिए 3 लाख 18 हजार 929 रुपये का भुगतान संग्राहकों को किया जा चुका है। रायगढ़ जिले में मुख्यतः चरोटा, बहेड़ा, हर्रा, हर्रा कच, हर्रागोटा, ईमली, महुआ फूल, नागरमोथा, चरौटा बीज, थवई फूल, शहद, करंजबीज सवई घास, माहुल पत्ता, इन्द्रजौ, कांटा घास, कांटा झाड़ू, परसा फूल, भेलवा व गिलोय जैसे उत्पादों का संग्रहण व विक्रय किया जाता है।