मुरैना – कलेक्टर  प्रियंका दास ने जनपद सीईओ एवं नगरीय निकायों के सीएमओ को निर्देश दिये है कि पेयजल स्त्रोत हर हाल में संचालित रहें, किसी भी परिस्थिति में लोंगो को पेयजल के लिये भटकना नहीं पडे़। इसके लिये आवश्यकतानुसार बोरवेलों, हेण्डपम्पों के लिये रायजर पाइप पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि 2019-20 में पंचायतों के लिये बंद नल जल योजनाओं को चालू करने हेतु राशि स्वीकृत की गई थी। उन योजनाओं को देंखे। प्रारंभ न होने पर संबंधित सचिवों के खिलाफ सख्त कार्रवाही करें। 7 दिवस के अंदर बंद नलजल योजनाओं की स्थिति को अवगत करावें। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री तरूण भटनागर, संयुक्त कलेक्टर श्री एलके पाण्डे, नगर निगम, जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के सीएमओ उपस्थित थे।
कलेक्टर  प्रियंका दास ने कहा कि सबलगढ़ विकासखण्ड की ग्राम पंचायत बामसौली, रामपहाड़ी, राजा का तोर, किशोरगढ़, रामपुर कलां, खिरी, बबूआ पुरा, बेरखेड़ा, जवाहरगढ़, साहपुरकलां, कैलारस विकासखण्ड के ग्राम किसरोली, बूढ़ सिरथरा, बिभूती, जौरा विकासखण्ड के ग्राम अलापुर, जरैना, मुरैना विकासखण्ड के ग्राम बंधा, खेड़ा मेवदा, हेतमपुर, करूआ, डोंगरपुर, सिलगिला, सबदलपुर, मितावली, जारह, जारौनी, बरेंटा, दीखतपुरा, सेवा, मसूदपुर, जैतपुर, वस्तपुर, रंचैली, जींगनी, बड़वारी, बड़ागांव, महटौली, दोहरावली, बसैया, पिपरई, खरगपुर भर्राड़, जरेरूआ, धनेला, अम्बाह विकासखण्ड के ग्राम जालौनी, सुनावली, संगोली, पोरसा के बहोरपुरा, इन्नीखेरा, तरसमा ग्राम पंचायतों के लिये नलजलय योजनाओं को चालू करने के लिये सरपंचों के खातों में डाली गई थी। जो नलजल योजनायें चालू हो गई होंगी, इसका परीक्षण कर अधिकारी 7 दिवस के अंदर होेने वाली 12 मई की बैठक में जानकारी प्रस्तुत करें। जो सरपंच राशि रखकर बैठे हुये है, उनके खिलाफ कार्रवाही करें। कलेक्टर ने कहा कि पहाडगढ़ विकासखण्ड में नलजल योजनायें स्वीकृत होंगी, किंतु उनका मरम्मत कार्य की जानकारी क्यों नहीं है। पहाडगढ़ ब्लाॅक में पेयजल का संकट न हो। इसके लिये अधिकारी अधीनस्थोें से संपर्क कर पुख्ता प्रबंध पेयजल के करावें। कलेक्टर ने कहा कि जहां पर पेयजल की नलजल योजना स्वीकृत है वहां निरीक्षण के दौरान बंद पाई गई तो संबंधित के खिलाफ एफआईआर होगी।
कलेक्टर ने कहा कि कहां-कहां पेयजल स्त्रोतों को अधीग्रहण करना है, लोंगो को पैसे से पानी न मिले। इसके लिये पेयजल परिवहन के प्रस्ताव 1 दिवस के अंदर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि कई ग्रामों में लोग पानी के लिये परेशान है, उन गांव का अधिकारी भ्रमण करें और वस्तुस्थिति देेंखे। पाइप लाइन एवं अन्य खर्चे के लिये राशि जिला सीईओ से स्वीकृत करावें।
शहरी क्षेत्र में पेयजल की समस्यायें तो नहीं
कलेक्टर ने कहा कि अम्बाह, पोरसा, मुरैना, बानमौर, जौरा, कैलारस, सबलगढ़ एवं झुण्डपुरा नगरीय निकायों के किसी वार्ड में पेयजल की समस्या ग्रीष्मऋतु में तो नहीं होती। इसकी जानकारी दो दिवस में उपलब्ध करावें। अधिकतर नगरीय निकायों में कोई ऐसा स्थान नहीं है जहां पर पेयजल परिवहन करना न पड़े। अगर कोई स्थान ऐसा है तो उसे चिन्हित करें और जहां हेण्डपम्प की आवश्यकता हो वहां हेण्डपम्प पार्षद के माध्यम से लगवायें किंतु हेण्डपम्प किसी व्यक्ति या सामुदाय को लाभ पहुंचाने के लिये न लगाया गया हो।

मनरेगा के तहत हर पंचायत में कार्य खुलें, लोंगो को मिल रोजगार – कलेक्टर
मुरैना – कलेक्टर  प्रियंका दास ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एवं जिले के समस्त जनपद सीईओ को निर्देश दिये है कि जिले की 478 ग्राम पंचायतों में बाहर से मजदूर अपने घर लौटे है, उन्हें हर हाल में काम मिले। इसके लिये सभी जनपद सीईओ पंचायत स्तर पर मनरेगा के कार्य प्रारंभ करावें। अब मस्टर 7 दिन का नहीं 30 दिन का जारी होना चाहिये। लोंगो को पंचायतों में रोजगार देना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि इस माह नये कार्य और खोले जाये, जिससे व्यक्ति को इधर-उधर न भटकना पड़े।