आखिर कॉरोना वायरस इस गर्मी में आइसक्रीम उद्योग को भी पूरी तरह से खत्म कर गया है। हालांकि 17 मई के बाद से उम्मीद लगाई जा रही है परन्तु कॉरोना वायरस की रोकथाम और जन जागरूकता अभियान के तहत  सर्दी जुखाम से बच्चन के लिए लोग ठंडा पानी फ्रिज आइस क्रीम आदि से बचने के प्रयास कर रहे है।  पूरे देश में 10 हजार करोड़ का व्यापार इस आइस क्रीम से होता है। जिसका 40 से 50 प्रतिशत पूरे साल बिजनेस सिर्फ इसी तीन महीने के सीज़न में होता है।

गर्मी में सबसे ज्यादा बिजनेस।

गर्मी में मार्च अप्रैल मई कारोबार के लिए आइस क्रीम मैन्युफैक्चरर नौ माह तक इंतजार करते है। शादी पार्टी धार्मिक आयोजन में आइस क्रीम की खासा डिमांड होती है। राज्यो में जैसे छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश राजस्थान उत्तरप्रदेश दिल्ली में  70 से 80 प्रतिशत बिजनेस इसी सीज़न में होते है जहां अलग से स्टॉल दुकान लगाकर इसकी सेल की जाती है।

बर्फ की फैक्ट्री पर ताले

छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश राजस्थान उत्तरप्रदेश जैसे बड़े प्रदेशों में बर्फ फैक्ट्री संचालकों के यह अब मजदूर भी मिलना लॉक डाउन के कारण मुश्किल होगा। परन्तु फिलहाल पूरे देश में लॉक डाउन के कारण यह भी अब ताले डाले हुए है जिससे इस साल का सीज़न लगभग खत्म ही हो चुका है।

बिलासपुर के महेश तिवारी जी कहते है कि गले में खराश खांसी जुकाम के डर से कहीं कॉरोना वायरस में quarentine ना होना पड़े इस वजह से भी अब लोग बाहर आइस क्रीम का ऑर्डर देने में हिचक रहे है। और ना ही बच्चो को से रहे है जो काफी हद तक सही भी है।

रायपुर की पूजा शर्मा कहती है कि मैंने अपने दोनो बच्चो कि फरमाइश पर घर पर ही कुल्फी बनती हूं । बाहर से अभी बिल्कुल भी लॉक डाउन खुलने के बाद भी खरीदारी नहीं को जाएगी।