प्रदेश राजस्व मंत्री एवं दंतेवाड़ा के प्रभारी जयसिंह अग्रवाल ने आज यहां रायपुर से वीडियों कान्फ्रेंसिंग के जरिये दंतेवाड़ा जिले में विभिन्न विभागीय योजनाओं के अंतर्गत संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर बस्तर सांसद दीपक बैज और क्षेत्रीय विधायक श्रीमती देवती कर्मा विशेष रूप से शामिल हुए। दंतेवाड़ा के कलेक्टर श्री टोपेश्वर वर्मा ने विकास कार्यो की जानकारी कान्फ्रेंसिंग के दौरान दी।
राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल ने दंतेवाड़ा के कलेक्टर को निर्देश दिए कि सांसद दीपक बैज और विधायक श्रीमती देवती कर्मा से चर्चा एवं समन्वय कर उनसे व्यापक सुझाव लेकर जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मंशानुसार दंतेवाड़ा जिले को गरीबी रेखा सीमा से ऊपर लाने के लिए समुचित प्रयास करें एवं जनप्रतिनिधियों के सुझाव पर वहां स्थानीय जरूरतों के आधर पर आवश्यक निर्माण और विकास कार्य कराना सुनिश्चित करे। श्री अग्रवाल ने विकास कार्यों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के आधार काम देने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने दंतेवाड़ा जिले में कोरोना वायरस के नियंत्रण और रोकथाम के प्रयासों को सराहनीय बताया। श्री अग्रवाल ने जिले में शिक्षा, स्वास्थ्य और सुपोषण के कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। प्रभारी मंत्री ने जिले के वनोपज संग्राहकों को उचित दाम मिले इसके लिए समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। श्री अग्रवाल ने जिले के अधिकारियों केा कोरोना रोकथाम के कार्यों सहित शिक्षा स्वास्थ्य के कार्यों के लिए एन.एम.डी.सी की सी.एस.आर. मद से ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग लेने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
दंतेवाड़ा के कलेक्टर ने बताया कि जिले में 254 लोगों के कोरोना टेस्ट के लिए सेंपल लिए गए जिसमे 224 की रिर्पोट निगेटिव है शेष टेस्टिंग प्रक्रिया में है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 288 रेपिड किट टेस्टिंग की गई है। कलेक्टर ने बताया जिले के चार हजार 485 श्रमिक जो दूसरे राज्यों और जिलों में थे वे जिले में वापिस आ गये है। आने वाले लोगों को कोरेन्टाईन में रखा गया और अब जिला प्रशासन द्वारा उन्हें नरेगा सहित अन्य मदों से रोजगार प्रदान करने की कार्यवाही की जा रही है। इसी तरह से लॉकडाउन में फंसे एक हजार 67 से ज्यादा लोगों को शिविरों में रखा गया और उनके भोजन सहित अन्य जरूरतों की पूर्ति की गई है। कलेक्टर ने बताया कि जिले से 165 लोगों को उनके मूल जिलों में भेजा गया है और अन्य जाने वाले लोगों को भेजने का कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में 11 हजार क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया है संग्राहकों को 3 करोड़ 44 लाख रूपए का भुगतान कर दिया गया है।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के दौरान लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, सिंचाई, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्यानिकी, ग्रामीण विकास सहित अन्य विभागों के कार्यों की विस्तृत समीक्षा प्रभारी मंत्री श्री अग्रवाल ने की। श्री अग्रवाल ने जिले में स्वीकृत सड़क, पुल-पुलिया, सिंचाई के जलाशय और नहरों के लाईनिंग के तथा अन्य स्वीकृत निर्माण कार्यों को बारिश से पहले पूर्ण करने के निर्देश दिए। इसी तरह से जिले के दूरस्त पहुंचविहीन क्षेत्रों में बारिश से पहले खाद्यान भंडारण के निर्देश दिए है।