अम्बिकापुर: प्रदेश के राजस्व, आपदा प्रबंधन, पुनर्वास एवं पंजीयन (वाणिज्यिक कर एवं मुद्रांक) मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आज सरगुजा सम्भाग के सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर, कोरिया, जशपुर जिले के राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा मुख्य रूप से ई-कोर्ट में प्रकरणों का पंजीयन सभी राजस्व न्यायालयों में 1 जून से मैनुअल दायरा पंजी का साधारण पंजी बन्द किया जाएगा। इससे सभी प्रकरणों को अनिवार्यतः ई-कोर्ट में ही पंजीबद्ध किया जाना अनिवार्य होगा। इसके लिए राजस्व न्यायालयों में आवश्यक व्यवस्था कर ले।
राजस्व मंत्री ने संभाग अंतर्गत जिले के कलेक्टरों से राजस्व प्रकरणों, मुआवजा, भूअभिलेखों का अद्यतीकरण, ऑनलाईन पंजीयन, ई-कोर्ट का क्रियान्वयन पर्यावरण व अधोसंरचना की वसूली, नगरीय क्षेत्रों मे 7500 वर्गफूट भूमि बंटन, तहसील स्तर पर माडर्न रिकार्ड रूम, लोक सेवा गारंटी अधिनियम, ओलावृष्टि तथा बेमौसम बारीश से क्षति की जानकारी ली। उन्होंने खरीफ एवं रबी गिरदावरी कार्य निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराने के साथ ही शत-प्रतिशत त्रुटि रहित गिरदावरी कार्य कराने, अभिलेख शुद्धता के लिये भुईयां सॉफ्टवेर में परिलिक्षित गिरदावरी के विसंगतियों को दूर करते हुए भू अभिलेखों को डिजिटल हस्ताक्षर से सत्यापित कराने के निर्देश दिए। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि सर्वेक्षण कार्य को प्राथमिकता में रखते हुए 2 माह के भीतर पूरा करें। पंजीयन कार्यालय से प्राप्त सूचना के आधार पर नामान्तरण पंजी में दर्ज कर नामान्तरण की कार्यवाही प्रारम्भ करें। अविवादित नामान्तरण प्रकरणों में पंजीयन कार्यालय से प्राप्त सूचना की तिथि से 45 दिवस के भीतर अभिलेख दुरुस्त करें ताकि कृषकों को रिकार्ड दुरूस्ती के लिए भटकना न पडे़। उन्होंने कहा कि कतिपय पेचीदा मामलों के निपटान में आ रही समस्याओं के निदान के लिए राजस्व सचिव के मार्गदर्शन एवं दिशा निर्देशों के अनुरूप कार्य निष्पादित करें।
राजस्व मंत्री ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव, पंचायत चुनाव के बाद वैश्विक महामारी के चलते राजस्व विभाग के समस्त अमला पटवारी से लेकर एस डी एम, तहसीलदार, कलेक्टर तक सभी सक्रिय रूप से कोरोना (बवअपक-19) के संक्रमण का फैलाव को नियंत्रित एवं बचाव कार्य मे लगे हैं। छत्तीसगढ़ में कोरोना से अभी तक किसी प्रकार का जन हानि नही हुई है इसके लिये मैं सभी अधिकारियों कर्मचारियों को बधाई देता हूँ। इस महामारी से हम जल्द ही मुक्त होंगे ऐसी कामना भी करता हूँ। मंत्री जयसिंह ने आगे कहा कि यह समय हमारे विभाग की सक्रियता दिखाने की है हमे राजस्व को भी मजबूत करना है और आपदा के उचित प्रबन्धन करते हुए नागरिको के लिये बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है।
बैठक में राजस्व सचिव श्रीमती रीता सांडिल्य ने सरगुजा संभाग अंतर्गत जिले के कलेक्टरों को राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने तथा पूर्ण रूप से ई-कोर्ट के माध्यम से निराकरण करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि अलग-अलग जिलों अथवा संभाग के राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक राजस्व मंत्री द्वारा समय-समय पर ली जाती है जिसमें किसानों अथवा अन्य भू स्वामियों की जमीन संबंधी विभिन्न समस्याओं के ऊपर लंबित प्रकरणों और निराकृत किए गए प्रकरणों की अद्यतन जानकारी अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की जाती है। सरगुजा जिले से कमिश्नर श्री ईमिल लकड़ा, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर सहित राजस्व विभाग के अधिकारी अम्बिकापुर स्थित एनआईसी रूम से बैठक में शामिल हुए। इसके साथ ही सूरजपूर जिले के कलेक्टर श्री दीपक सोनी, जशपुर जिले से कलेक्टर श्री नीलेश महादेव क्षीरसागर, बलरामपुर जिले के कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा, कोरिया जिले के कलेक्टर श्री डोमन सिंह अपने जिले के राजस्व अधिकारियों के साथी व्हीसी में शामिल हुए।