अम्बिकापुर: समर्थन मूल्य पर किसानों से खरीदे गए धान को सुरक्षित और बेहतर रख-रखाव के लिए उपार्जन केन्द्रों में पक्के चबूतरा का निर्माण किया जा रहा है। जिले के उपार्जन केन्द्रों में नए पक्का चबूतरों का निर्माण होने से आगामी धान खरीदी सीजन में किसानों द्वारा उपार्जित धान खराब नहीं होगा जिससे उपज को सम्मान भी मिलेगा। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा के मार्गदर्शन में सरगुजा जिले में 67 लाख 99 हजार रूपए के लागत से विभिन्न धान संग्रहण केन्द्रों में 34 नए चबूतरों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। सरगुजा जिले के विभिन्न धान संग्रहण केन्द्रों में चबूतरा निर्माण का कार्य प्रगति पर है। चबूतरा बन जाने से धान को वर्षा में भीग कर सड़ने से बचाया जा सकेगा साथ ही चूहे एवं कीडे-मकोड़े के प्रकोप से भी धान की सुरक्षा हो सकेगी। अन्नदाताओं द्वारा विक्रय किए गए सभी धान का समुचित रख रखाव करने के उद्देश्य से सरगुजा जिले के ग्रामीण क्षत्रों में 34 नग धान चबूतरा निर्माण कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना एवं 14 वें वित्त आयोग योजना की राशि से स्वीकृत किया गया है। सभी धान चबूतरा को 28 जून तक पूर्ण कराने के निर्देश मैदानी अमलों को दिए गए है। यही कारण है कि चबूतरा निर्माण तीव्र गति से संचालित किया जा रहा है जिससे की इसी मौसम से इसको उपयोग में लाया जा सके। जिला पंचायत के मुख्य कार्यापालन अधिकारी श्री कुलदीप शर्मा ने बताया कि जनपद पंचायत अम्बिकापुर के अंतर्गत 3 नग, जनपद पंचायत मैनपाट के अंतर्गत 3 नग, जनपद पंचायत लुण्ड्रा के अंतर्गत 6 नग, जनपद पंचायत बतौली के अंतर्गत 3 नग, जनपद पंचायत सीतापुर के अंतर्गत 12 नग, जनपद पंचायत लखनपुर के अंतर्गत 6 नग चबूतरा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसमें महात्मा गांधी नरेगा योजना एवं 14 वें वित्त योजना से मिलाकर इस कार्य के लिए कुल 67 लाख 99 हजार रूपए से अधिक की राशि स्वीकृत किए गए हैं।