नई दिल्ली : कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय ने सूचनाओं को बेहतर बनाने और उद्योगों में बढ़ रही कुशल कार्यबल की मांग और आपूर्ति के अंतर को पाटने के उद्देश्य से आज ASEEM पोर्टल लॉच किया। यह पोर्टल कुशल लोगों को स्थायी आजीविका के अवसर प्रदान करने में मदद करेगाव्यावसायिक दक्षता और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने वाले कुशल कार्यबल की भर्ती के अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्लेटफॉर्म के द्वारा उन्हें उद्योग आधारित कौशल प्रदान किया जाएगा ताकि कोविड-19 के बाद रोजगार के अवसरों को पता लगाकर कामगारों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सकें।
कोरोना महामारी का सामना करने के बाद कार्यशैली तेजी से बदली है जिसका असर कुशल कार्यबल पर भी पड़ा है। इस महामारी के बाद काम करने के तरीकों में बदलाव आना स्वाभाविक है इसीलिए स्किलिंग इकोसिस्टम में पुनर्गठन की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। उद्योग क्षेत्रों में बढ़ रहे प्रमुख कौशल गैप की पहचान करने और वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास की समीक्षा प्रदान करने के अलावा, ASEEM कुशल कार्यबल की उपलब्धता का आकलन करने और उनकी भर्ती की योजना तैयार करने के लिए नियोक्ताओं को एक मंच प्रदान करेगा। ASEEM पोर्टल उन सभी डेटा, रुझानों और विश्लेषणों को संदर्भित करता है जो उद्योगों को कुशल कार्यबल प्रदान करने के लिए मैप की मांग का समर्थन करते हैं। यह उद्योगों से संबंधित स्किलिंग आवश्यकताओं और रोजगार की संभावनाओं की पहचान करके नियोक्ताओं को कम समय में अधिक जानकारी प्रदान करेगा
माननीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्री डॉ. मंत्री महेंद्र नाथ पांडे ने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत एवं कौशल भारत मिशन के अनुरूप, देश में युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों के सृजन एवं संभावनाओं को तलाशने के साथ ही स्किल्ड वर्कफोर्स की मांग तथा अंतर को पाटने को पाटने के हमारे निरंतर प्रयासों को और अधिक प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से “असीम” पोर्टल का शुभारंभ किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इंडिया ग्लोबल वीक में भारत को प्रतिभाओं का पॉवरहाउस बताये जाने के कथन की प्रशंसा करते हुए श्री पाण्डेय ने कहा कि हमारी इस पहल का उद्देश्य कोरोना के इस संकट काल में श्रमिकों की स्किल मैपिंग के साथ ही उन्हें आने वाले दिनों में स्थानीय स्तर पर उनके हुनर के अनुरूप रोजगार उपलब्ध करवाना है, ताकि वे भारत की इस विकास यात्रा को गति देने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। यह प्लेटफॉर्म प्रौद्योगिकी और ई-प्रबंधन प्रणालियों के बढ़ते उपयोग तथा मांग संचालित और परिणाम आधारित कौशल विकास कार्यक्रमों को क्रियान्वन में सहायता के साथ ही स्किल इकोसिस्टम के माध्यम से संचालित विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों में घनिष्ठ अभिसरण और समन्वय को भी सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त यह पोर्टल डेटा के दोहराव पर निगरानी के साथ ही देश में व्यावसायिक प्रशिक्षण परिदृश्य में स्किलिंग, अप-स्किलिंग और री-स्किलिंग के कार्य को बेहतर तरीके से सुनिश्चित करेगा
“असीम”, कुशल कार्यबल की मांग और आपूर्ति में आ आरहे अंतर को किस तरह से पाटेगा, इसपर बात करते हुए एनएसडीसी के चेयरमैन और लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के ग्रुप चेयरमैन श्री एएम नाइक ने कहा “कोरोना महामारी के कारण सामाजिक और आर्थिक दोनों ही स्थितियों में प्रवासी श्रमिकों पर बहुत बुरा असर पड़ा है। लेकिन वर्तमान में हमने इन परिस्थितियों को संभालते हुए देश में प्रवासी श्रमिकों की इस बिखरी हुई आबादी की स्किल मैपिंग और उन्हें उनके हुनर के अनुरूप रोजगार उपलब्ध करवाने की ज़िम्मेदारी उठायी है। और आज इस पहल का शुभारंभ इस यात्रा का पहला चरण है। मुझे विश्वास है कि यह पहल नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को प्रदान की गई रियल टाइम इन्फोर्मेशन लेबर इकोसिस्टम को और बेहतर बनाने के साथ ही वर्कफोर्स के बीच विश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देगा, जोकि इस संकटकाल में अर्थव्यवस्था को नई गति देने के लिए बहुत आवश्यक है।”
ASEEM https://smis.nsdcindia.org/, जो कि ऐप के रूप में भी उपलब्ध है, ASEEM पोर्टल को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) ने ब्लू कॉलर कर्मचारी प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाली बेंगलुरु स्थित कंपनी बेटरप्लेस के सहयोग से विकसित और प्रबंधित किया गया है। ASEEM पोर्टल का उद्देश्य कार्यक्रम के प्रयोजनों के लिए सिस्टम द्वारा उत्पन्न रुझानों और विश्लेषणों के आधार पर निर्णय लेने और नीति बनाने में सहायता करना है। ASEEM पोर्टल का उद्देश्य एनएसडीसी और सेक्टर स्किल काउंसिल को रियल टाइम डेटा प्रदान करना है जिसमें उद्योगों की मांग और आपूर्ति पैटर्न शामिल हैं। इसमें उद्योग की आवश्यकताओं, कौशल अंतर विश्लेषण, प्रति जिले / राज्य / क्लस्टर की मांग, प्रमुख कार्यबल आपूर्तिकर्ताओं, प्रमुख उपभोक्ताओं, माइग्रेशन पैटर्न सहित उम्मीदवारों के लिए भविष्य से संबंधित कैरियर की मांग शामिल है। पोर्टल में तीन आईटी आधारित इंटरफेस शामिल हैं
• नियोक्ता पोर्टल – नियोक्ता ऑनबोर्डिंग, डिमांड एग्रीगेशन, उम्मीदवार चयन
• डैशबोर्ड – रिपोर्ट, रुझान, विश्लेषण और हाईलाइट्स गैप
• उम्मीदवार आवेदन – उम्मीदवार प्रोफ़ाइल बनाएं और ट्रैक करें, नौकरी का सुझाव साझा करें
असीम प्लेटफॉर्म का उपयोग उपलब्ध नौकरियों के साथ स्किल्ड वर्कर की जानकारी हेतु एक मैच-मेकिंग इंजन के रूप में भी किया जाएगाइस पोर्टल और ऐप में जॉब रोल, सेक्टरों और भौगोलिक क्षेत्रों के श्रमिकों के लिए पंजीकरण और डेटा अपलोड का प्रावधान भी होगा। स्किल्ड वर्कफोर्स ऐप पर अपनी प्रोफाइल पंजीकृत करने के साथ ही अपने आस-पास में रोजगार के अवसरों की तलाश भी कर सकते हैं“असीम” के माध्यम से, विशिष्ट क्षेत्रों में कुशल कार्यबल की तलाश करने वाले नियोक्ता, एजेंसियां और जॉब एग्रीगेटर्स आसानी से उनसे संबंधित सभी आवश्यक विवरण प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा, यह नीति निर्माताओं को विभिन्न क्षेत्रों में अधिक उद्देश्यपूर्ण दृष्टिकोण रखने में भी सक्षम बनाएगा।