छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने गृह ग्राम गृहग्राम कुरुदडीह (दुर्ग) पहुंचे। जहाँ उन्होंने अपने खेतों में लगी धान की फसल को देखकर साथ ही पुराने मित्रो परिचितों से मिले। उनके इस तरह के खुले दिल से मिलकर ग्रामीण परिवेश आनंदित हुआ।

उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी –
बहुत समय बाद अपने गृहग्राम कुरुदडीह पहुंचा। धान से लहलहाते खेतों, हरियाली की भीनी सुगंध और मेढ़ों ने पुरानी यादें ताज़ा कर दीं।
गांव के पुराने साथियों और‌ सहकर्मियों से ख़ूब बातें भी हुईं।
उन्होंने हैश टैग नो पॉलिटिक्स लगाया जिससे सन्देश साफ़ जाए की ये उनका बिलकुल भी राजनीतिक दौरा न माना जाये।

मुख्यमंत्री भूपेश ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि याद‌ आया कि किस तरह मेरे परिजनों ने 60 के दशक में गांव को सिंचित करने का ‌बीड़ा‌ उठाया था। कैसे सूखे के दौरान राहत कार्य करवाए थे।
उन्होंने गांव के युवाओं‌ को ट्रैक्टर चलाने, उसे‌ सुधारने से लेकर बिजली के उपकरण बनाने तक की ट्रेनिंग दे दी थी।

इस दौरान उनके साथ उनके बेटे चैतन्य के अलावा उनके चारों सलाहकार रुचिर गर्ग, प्रदीप शर्मा, विनोद वर्मा और राजेश तिवारी के अलावा सीएमडीसी के नवनियुक्त अध्यक्ष गिरीश देवांगन और नान के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल भी मौजूद थे ।