रायपुर। मरवाही उपचुनाव की सरगर्मी के बीच जनता कांग्रेस को झटका लगा है। जोगी परिवार की बहू रिचा जोगी अब मरवाही विधानसभा उपचुनाव का चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। 3 दिनों के मंथन के बाद जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति ने संदेहास्पद मानते हुए निरस्त कर दिया है।

आपको बता दें छत्तीसगढ़ में मरवाही उपचुनाव सीट के लिए ऋचा जोगी नामांकन दाखिल करने वाली थी।

मुंगेली जिला प्रशासन के द्वारा श्रीमती ऋचा जोगी के जाति प्रमाण पत्र पर जांच की कार्यवाही चल रही थी. श्रीमती ऋचा जोगी ने कुछ दिनों पूर्व ही जनजाति प्रमाण पत्र हासिल कर मरवाही उपचुनाव में प्रत्याशी बनने तैयारी कर रही थी. अजीत जोगी के जाति प्रमाण पत्र को शासन और न्यायालय में चुनौती देने वाले आदिवासी नेता संत कुमार नेताम ने लगभग 20 वर्षों तक लंबी लड़ाई लड़ी. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का निधन हो गया वे मरवाही से विधायक थे उनके निधन के बाद रिक्त सीट पर उपचुनाव में जोगी कांग्रेस की ओर से उनकी पुत्र वधू श्रीमती ऋचा जोगी को उम्मीदवार बनाने की चर्चा चल रही थी . श्री नेताम जी को कुछ दिनों पूर्व ज्ञात हुआ कि मुंगेली जिला के पेंड्रीडीह गांव से श्रीमती ऋचा जोगी ने जनजाति का प्रमाण पत्र हासिल कर मरवाही उपचुनाव में अपनी उम्मीदवारी पुख्ता कर रही हैं . यह जानकारी जब आदिवासी नेता संत कुमार नेताम को हुई तो उन्होंने इसे मुंगेली जिला जनजाति छानबीन समिति के समक्ष आपत्ती करते हुए प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग किए. जिस पर मुंगेली जिला के अतिरिक्त कलेक्टर और जिला छानबीन समिति के अध्यक्ष श्री राजेश नसीने ने जांच पश्चात जनजाति प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिए.