छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिले में सोमवार तड़के कुएं में गिरने से दुर्लभ प्रजाति के सफेद भालू की मौत हो गई। बच्चे को बचाने के लिए मां आधे घंटे तक कोशिश करती रही, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। पोस्टमार्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा। घटना मरवाही वन परिक्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, ग्राम अंडी में किसान सुंदर सिंह की बाड़ी में कुंआ बना हुआ है। इसी कुएं में रविवार देर रात करीब 3.30 बजे एक भालू का बच्चा गिर गया। बच्चे के कुएं में गिरने के बाद उसकी मां जोर-जोर से चीखने लगी। उसने कुएं की दीवार के पत्थरों को अपने पंजों से निकाल दिया। उसकी आवाज सुनकर ग्रामीण भी बाहर निकल आए, लेकिन कोई पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका।

डिप्टी रेंजर मानसिंह श्याम ने बताया कि कुएं में करीब 12 फीट पानी भरा हुआ है। घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई थी। जिसके बाद DFO राकेश मिश्रा और SDO व वन परिक्षेत्र अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे। बच्चे की उम्र करीब एक साल बताई जा रही है।

मरवाही के जंगलों में सफेद भालू पहली बार छत्तीसगढ़ बनने से पहले साल 1995 में मिला था। उसे इंदिरा उद्यान पेंड्रा के रेस्क्यू सेंटर में रखा गया था, लेकिन दुर्लभ प्रजाति का होने के कारण इसे तब मध्यप्रदेश शासन ने भोपाल के चिड़ियाघर भिजवा दिया। जहां वह कई वर्षों तक रहा।