जिला गौरेला-पेंड्रा- मरवाही की स्थापना को एक वर्ष पूरा हो चूका है । अरपा महोत्सव के समापन में सम्मिलित होने आए मुख्यमंत्री ने जिले को कई विकास की सौगाते भी दी है। जिला प्रशासन ने कलेक्टोरेट के लिए जमीन की तलाश भी जारी है। हालांकि कोदवाही के पास की जमीन को फिलहाल उपयुक्त माना जा रहा है। इसे अंतिम रूप देने पर भी विचार विमर्श है। अभी वर्तमान में गुरुकुल परिसर से जिला प्रशासन का कामकाज संचालित हो रहा है। नए जिला कार्यालय के निर्माण को लेकर अधिकारियों को जवाबदारी सौंपी गई है। नव नियुक्त कलेक्टर नम्रता गांधी ने जगह चयन के बाद कोदवाही जहां शासन की लगभग 100 एकड़ से ज्यादा जमीन है। इसे तय कर दिया गया है। भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो कोदवाही में जिला कलेक्टर कार्यालय बनाने को जिले के जनप्रतिनिधियों ने उपयुक्त माना है। जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में सबसे ज्यादा हिस्सा मरवाही विधानसभा में है।
गौरेला ब्लाक की अंतिम छोर धनौली करंगरा एवं बस्तीबगरा भी 35 से 40 किलोमीटर की दूरी पर हैं। इस स्थल चयन से तीनों ब्लाकों को लाभ मिलेगा।
नाम भी होगा परिवर्तन :
जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही काफी लम्बा और उलझन भरा नाम है। पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने और क्षेत्र विकास के लिए नाम का उपयुक्त होना भी काफी प्रभावी माना जाता है। जिले के रेलवे स्टेशन का नाम पेंड्रा रोड है वहीँ बस स्टैंड गौरेला के नाम से है। स्थानीय मतभेद और अन्य राजनीतिक के कारण सटीक नाम अभी प्रस्तावित है।