गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – संभागायुक्त डॉ.संजय अलंग ने आज जिले के कलेक्टर कार्यालय, विभिन्न जिला स्तरीय कार्यालयों सहित विभिन्न विकास कार्यों का किया निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौठानों को मल्टी एक्टिविटी केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने स्कूली छात्रों के पढ़ाई के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास पर विशेष जोर देने के निर्देश दिए है। कमिश्नर ने वन विभाग द्वारा कैंपा मद से नरवा विकास योजना अंतर्गत जैतरणी नाला पर 36 लाख 53 हजार रुपए की राशि से निर्मित स्टॉप डेम का निरीक्षण किया। उन्होंने स्टॉप डेम के वाटर सर्कुलेशन, लिंगामेंट, नेचुरल फ्लो, कंटूर इत्यादि की जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने जिले में वन विभाग द्वारा बनाए जा रहे अन्य नालों की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली।
इसके पश्चात उन्होंने गौरेला विकासखंड के आवर्ती चराई वन गौठान खोडरी का निरीक्षण किया। उन्होंने गौठानों को मल्टी एक्टिविटी केंद्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्व सहायता समूहों के माध्यम से सब्जी उत्पादन, एक्वाकल्चर, मशरूम, गुलाब के पौधे, मनी प्लांट, बेकरी इत्यादि कार्यों को गौठानों के माध्यम से किए जाने के निर्देश दिए है। इसके पश्चात उन्होंने सेमरा के आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का निरीक्षण किया उन्होंने स्कूल में कितने बच्चे हैं, कितने शिफ्ट में कक्षाएं चलाई जाती है, कितने टीचर है, कितने टीचरों की संविदा नियुक्ति हुई है इत्यादि की जानकारी ली। उन्होंने फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी इत्यादि विभिन्न विषयों के शिक्षकों से व्यक्तिगत रूप से चर्चा की। उन्होंने बच्चों के लिए गेम्स वगैरह की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के व्यक्तित्व विकास पर सभी शिक्षक विशेष ध्यान दें जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। उन्होंने सभी शिक्षकों को स्कूल को अपना समझते हुए कार्य करने के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए लाइब्रेरी टीचर स्कूल टाइम के अलावा भी बैठे जिससे बच्चे लाइब्रेरी में पढ़ाई करते हुए अपना विकास उचित रूप से कर सके। बैठक में कमिश्नर ने जिला शिक्षा अधिकारी पर नाराजगी जताते हुए स्कूल के विकास पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर ने कहा कि पेंड्रा गुरुकुल एक ऐसा शैक्षणिक केंद्र था जहां के बहुत सारे छात्र अच्छे-अच्छे जगहों पर पहुंचते थे, लेकिन आज के समय में यह परंपरा टूट गई है जिसे सभी शिक्षकों को मिलकर फिर से कायम करना है। उन्होंने कहा कि बच्चों का विकास ऐसे तरीके से करें कि वह राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं, ओलंपियाड इत्यादि में भी सफल हो सके। उन्होंने बच्चों के लिए उनकी रूचि के अनुसार साहित्य, पर्यावरण, गणित, इतिहास, गार्डनिंग इत्यादि के छोटे-छोटे समूह बनाए जाने के निर्देश दिए जिससे समूह में शामिल होकर बच्चों का मानसिक विकास उचित ढंग से हो सके। उन्होंने महीने में एक बार इंग्लिश मीडियम स्कूल की समीक्षा बैठक कलेक्टर स्तर पर कराए जाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल सेमरा के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा मनमोहक नृत्य और गीत की प्रस्तुति दी गई। इसके बाद कमिश्नर डॉ संजय अलंग द्वारा कलेक्ट्रेट कार्यालय के कलेक्टर न्यायालय, अपर कलेक्टर न्यायालय, अधीक्षक शाखा, नाजिर शाखा सहित विभिन्न शाखाओं के कार्यो का निरीक्षण किया गया। उनके द्वारा संयुक्त जिला कार्यालय टीकरकला के विभिन्न कार्यालयों, परियोजना प्रशासक एकीकृत आदिवासी विकास कार्यालय गौरेला सहित पेंड्रा ब्लॉक के जनपद स्कूल परिसर में इंग्लिश मीडियम स्कूल के निर्माण के लिए स्थल का अवलोकन किया गया है। निरीक्षण के दौरान जिले की कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी, अपर कलेक्टर श्री बी.सी. एक्का सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।