रायपुर/ पढ़ना-लिखना अभियान अंतर्गत प्रदेश के चिन्हांकित स्वयंसेवी शिक्षकों का दो दिवसीय ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम आज प्रारंभ हुआ। साक्षरता कक्षा में असाक्षरों को स्वयंसेवी शिक्षक पढ़ाएंगे। उन्मुखीकरण कार्यक्रम में यू-ट्यूब लाइव के माध्यम से अभियान का परिचय देते हुए स्वयंसेवक शिक्षकों की भूमिका और कार्यों पर समझ विकसित की गई। इसके पूर्व भेजी गई लिंक से गूगल पंजीयन प्रपत्र के माध्यम से प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों ने उन्मुखीकरण हेतु पंजीयन कराया गया। ऑनलाईन उन्मुखीकरण कार्यक्रम में पांच हजार से अधिक स्वयंसेवी शिक्षक शामिल हुए।

पढ़ना लिखना अभियान के नोडल अधिकारी श्री प्रशांत कुमार पाण्डेय ने शिक्षित परिवार, शिक्षित समाज, शिक्षित देश बनाने के लिए अमूल्य योगदान देने का आह्वान स्वयंसेवी शिक्षकों से किया। सहायक संचालक श्री दिनेश कुमार टांक ने स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस अभियान के साक्षरता यज्ञ में जो चाहें पूर्णाहुति दे सकता है और आगे बढ़कर साक्षरता अभियान में शामिल हो सकता है। उन्मुखीकरण के पहले दिन स्वयंसेवी शिक्षकों को पढ़ना-लिखना अभियान का परिचय, स्वयंसेवी शिक्षकों की भूमिका, कक्षा संचालन विषयों की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गई।

इस अवसर पर जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के रिसोर्स पर्सन श्री चुन्नीलाल शर्मा, प्रो. धारा यादव, परियोजना सलाहकार सुश्री निधि अग्रवाल, श्री सुनील रॉय एवं सुश्री नेहा शुक्ला, श्री महेश वर्मा और टेक्नीकल सहयोग के लिए श्री सतीश सोनकर उपस्थित थे।

ज्ञातव्य है कि दो दिवसीय उन्मुखीकरण के अंतिम दिन साक्षरता में डिजिटल माध्यमों का उपयोग, नवाचारी गतिविधियां, पठन-पाठन की गतिविधियां, पढ़ने-लिखने की गतिविधियां, गणित कौशल, वातावरण निर्माण की जानकारी विषय विशेषज्ञों द्वारा दी जाएगी। गौरतलब है कि उन्मुखीकरण के पश्चात प्रदेश स्तर पर स्वयंसेवी शिक्षकों के लिए 3 दिनों का पूर्णकालिक प्रशिक्षण भी आयोजित की जाएगी।