रायपुर / कलेक्टर डॉ एस. भारतीदासन ने आज कलेक्टोरेट के रेडक्रॉस सभाकक्ष में जिले में स्थापित उद्योग संस्थान द्वारा सीएसआर मद से किये गए कार्यो की समीक्षा की। शासन की महत्तवाकांक्षी योजनाओं मे शामिल शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में निजी स्कूलों की तरह सभी आवश्यक व्यवस्थाएं किया जाना है। मध्यम वर्गीय परिवार के लिए बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के निजी स्कुलों में अध्यापन कराना कठिन होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य शासन द्वारा इस वर्ष जिलें में 06 स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का संचालन किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दिलाने के पुनीत कार्य में औद्योगिक संस्थान अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकतें है। संस्थान इन स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह विकसित करने में अपनी भूमिका निभा सकते है। संस्थान द्वारा स्कूल में आधुनिक लैब, फर्नीचर, खेल सामग्री, कम्पयूटर, पुस्तकालय आदि की व्यवस्था की जा सकती है। इन स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण अध्ययन और अध्यापन के लिए सहयोग कर सकते है।

बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ गौरव कुमार सिंह ने औद्योगिक संस्थान के प्रतिनिधियों द्वारा जिले में संचालित स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को गोद लेने पर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में अंगे्रजी माध्यम से शिक्षा निहायत जरूरी है। वर्तमान प्रतियोगिता के दौर में पालक अपने बच्चों को अन्य बच्चों के साथ खड़ा होते देखना चाहता है। अंग्रेजी माध्यम में पालकों को अपने बच्चों को शिक्षा दिलाने में आर्थिक के साथ साथ अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

आज की बैठक में जिले में संचालित 6 स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय को औद्योगिक संस्थान के प्रतिनिधियों ने गोद लिया। जिसमें स्पंज आयरन ग्रुप ने शास.उ.मा.वि. कंुरा, हीराग्रुप ने शास.उ.मा.वि. माना केम्प, नीको जयसवाल ने शास.कन्या.उ.मा.वि. अभनपुर, बजरंग पावर लिमिटेड ने शास.कन्या.उ.मा.वि. नेवरा, एस.के.एस इस्पात, रोलिंग मिल एसोसिएशन सारड़ा और वासवानी ने अ.दे.शास.उ.मा.वि. आरंग और स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने बिन्नी बाई सोनकर शास.उ.मा.वि भाठागांव स्कूल को विकसित करने के लिए गोद लिया है।