जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने वन विभाग में कंपनसेटरी फारेस्ट्री के नाम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। जोगी ने बताया, मरवाही वन मंडल में ईस्ट-वेस्ट रेल कॉरिडोर के लिये काटे गये पेड़ों के बदले नये पौधे लगाने का काम होना था। बड़ी राशि को मंजूरी मिली। लेकिन मौके पर पौधे लगाये ही नहीं गये और उन्हें इधर-उधर फेंक दिया गया।
अमित जोगी ने बताया, पेंड्रा रोड से गेवरा रोड तक ईस्ट वेस्ट रेल कॉरिडोर परियोजना के लिये बड़ी संख्या में पेड़ काटे गये थे। उनकी क्षतिपूर्ति के लिये पौधारोपण होना था। 2019-20 में मरवाही वन मंडल के धरहर गांव के कक्ष1526 में 130 एकड़ में 1 लाख 34 हजार 282 पौधों को लगाने का काम शुरू हुआ। इनमें साल, साजा, जामुन, हर्रा, बहेड़ा, आंवला, इमली, खैर, कदम, महुआ, पीपल, अर्जुन के पौधे शामिल थे। लेकिन वन विभाग ने यह पौधारोपण पूरा ही नहीं किया। सैकड़ों पौधों को लगाया भी नहीं गया और वहीं फेंक दिया गया। अमित जोगी ने कहा, कभी लाइन बिछाने के नाम पर तो कभी सड़कों के निर्माण के नाम पर तो कभी सामाजिक वानिकी और कूप कटाई के नाम पर पेड़ों की कटाई होती रहती है। इनके बदले नये पेड़ लगे या नहीं लगे इसकी जानकारी खुद वन विभाग के अधिकारियों को नहीं है।
पेड़ काटने की अनुमति देना बंद करने की मांग –
अमित जोगी ने कहा, मरवाही का इलाका कभी सघन वनक्षेत्र था। वह उजाड़ होता जा रहा है। इसके बाद भी अमरकंटक क्षेत्र में खुद वन विभाग 3 हजार से अधिक पेड़ों की कटाई करा रहा है। अमित जोगी ने कहा, इसका एक ही उपाय है कि इस क्षेत्र में पेड़ों की कटाई की अनुमति देना बंद करना चाहिये।