भोपाल। मध्यप्रदेश में मेडिकल इमरजेंसी अब इस वर्ष साफ दिखाई पड़ रही है। ना केवल मध्यप्रदेश बल्कि अन्य राज्यों जैसे छत्तीसगढ़ दिल्ली और महाराष्ट्र में corona के मारिजो की स्थिति ऐसी है कि किसी भी हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे है। इसे सरकार की विफलता कहीं या फिर लापरवाही जहां सिर्फ नेताजी वाले वाक्य झूठे आश्वासन ही काम आए है ।
मध्यप्रदेश की बात करें तो दमोह में जहां चुनाव है वह कोरोन का कोई असर नहीं दिखता है वहीं भोपाल इंदौर ग्वालियर में आज इतनी बुरी सिट्यूएशन है कि किसी भी हॉस्पिटल में बेड उपलब्ध नहीं है।
आखिर कहां गए पिछले साल वाले अरेंजमेंट जो सरकार ने किए थे। कहां गए रेलवे के बनाए गए कोच वेंटिलेटर ?
आज corona के पेशंट बढ़ते जा रहे है पर सरकार सिर्फ स्वास्थ्य आग्रह और सिर्फ मास्क पहनो पर ही फोकस कर रही है। एक विशेष रिसर्च भी है उपचुनाव क्षेत्र दमोह में corona नहीं साथ ही लॉक डाउन से मुक्ति अभी फिलहाल है ।